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प्रार्थना सभा के नाम पर किया जा रहा था फरेब

भूलनडीह गांव में इसाई मिशनरियों से जुड़े लोगों द्वारा प्रार्थना सभा के नाम पर फरेब व धर्मांतरण के कूटरचित खेल को पुलिस द्वारा बंद कराए जाने की क्षेत्रीय लोगों ने जमकर सराहना की है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Sep 2018 10:47 PM (IST)Updated: Sun, 16 Sep 2018 10:47 PM (IST)
प्रार्थना सभा के नाम पर किया जा रहा था फरेब
प्रार्थना सभा के नाम पर किया जा रहा था फरेब

जागरण संवाददाता, चंदवक (जौनपुर) : भूलनडीह गांव में इसाई मिशनरियों से जुड़े लोगों द्वारा प्रार्थना सभा के नाम पर फरेब व धर्मांतरण के कूटरचित खेल को पुलिस द्वारा बंद कराए जाने की क्षेत्रीय लोगों ने जमकर सराहना की है। इन लोगों का स्पष्ट मत रहा कि समाज को गुमराह कर चमत्कार व अंध विश्वास का प्रदर्शन करना अनुचित कार्य था। इस प्रकार की गतिविधियों से भोले-भाले लोगों को ईसाइयत के रास्ते पर ले जाने के कुत्सित प्रयास पर रोक लगाया जाना प्रशंसनीय पहल है।

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विस चुनाव लड़ चुके पूर्व जिला पंचायत सदस्य जय प्रकाश राम ने यहां फैलाए जा रहे अंधविश्वास के शिकार कई लोगों की दास्तान सुनाई। कहा कि इनके जाल में फंसकर तमाम लोगों को जान-माल का नुकसान उठाना पड़ा है। रामेश्वर ¨सह ने बताया कि यहां धर्मांतरण के प्रयास का यह खेल काफी दिनों से चल रहा था। दैनिक जागरण ने इसका खुलासा किया। पहली बार प्रशासन की सक्रियता से इस पर रोक लगी है। राम बटुक ¨सह ने भी इसी तरह की बात कहते हुए कहा कि यहां सनातन धर्म विरोधी गतिविधियों पर रोक लगने से लोगों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। पूर्व प्रधान श्रीकांत ¨सह ने कहा कि आज प्रार्थना सभा पर रोक लगाए जाने से लोगों ने राहत की सांस ली है।

कमोवेश इन सभी लोगों का मानना था कि कमजोर तबके व परेशान लोगों को चमत्कार दिखाकर बरगलाया जाना घिनौनी हरकत थी जिस पर लगाम लगाकर पुलिस ने सराहनीय कार्य किया है।


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