सहारनपुर, बरेली, दिल्ली व जौनपुर में ईडी ने की छापेमारी
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को जौनपुर सहारपुर बरेली और दिल्ली में छानबीन की। टपरी स्थित फैक्ट्री समेत छह ठिकानों पर छापेमारी की है।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को जौनपुर, सहारपुर, बरेली और दिल्ली में छानबीन की। टपरी स्थित फैक्ट्री समेत छह ठिकानों पर छापेमारी की है। ईडी ने को-आपरेटिव कंपनी लिमिटेड के मैनेजिग डायरेक्टर प्रणय अनेजा के दिल्ली स्थित आवास, ओखला इंडस्ट्रियल एरिया स्थित कंपनी के कारपोरेट आफिस तथा एक अन्य आरोपित के आवास पर भी घंटों छानबीन की। छापेमारी के दौरान लैपटाप, हार्ड डिस्क, पेन ड्राइव, खरीद-फरोख्त से जुड़े अहम दस्तावेज कब्जे में लिए गए हैं। 11 लाख रुपये भी बरामद किए गए। ईडी इस मामले में सहारनपुर की कोतवाली में दर्ज कराई गई एफआइआर तथा विशेष जांच दल (एसआइटी) की ओर से आरोपितों के विरुद्ध दर्ज किए गए आरोपपत्र को आधार बनाकर अपनी जांच के कदम आगे बढ़ा रहा है। ईडी ने मार्च माह में इस मामले में प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिग एक्ट के तहत केस दर्ज किया था।
उल्लेखनीय है कि आबकारी विभाग के अधिकारियों व स्थानीय आबकारी डिस्ट्रीब्यूटरों की मिलीभगत से करीब 35 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी पकड़ी गई थी। सहारनपुर के टपरी स्थित देशी शराब फैक्ट्री कोआपरेटिव कंपनी लिमिटेड के द्वारा एक अप्रैल 2020 से लेकर बीती 28 फरवरी तक 11 माह में 99 बार डबल ट्रिप के जरिये करीब 35 करोड़ रुपये की कर चोरी की गई थी। मार्च माह में इस खेल को एसटीएफ ने पकड़ा था। तब सहारनपुर में 16 आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया था। बाद में शासन ने पूरे प्रकरण की जांच एसआइटी को सौंप दी थी। एसआइटी ने आरोपित कंपनी के यूनिट हेड उपेंद्र गोविद राव, बाटलिग इंचार्ज हरिशरण तिवारी, ईटीपी आपरेटर मांगेराम त्यागी, असिस्टेंट मैनेजर क्वालिटी कंट्रोल संजय शर्मा, केमिस्ट अरविद कुमार, बारकोड डिस्पैचर प्रदीप कुमार, ट्रांसपोर्टर जयभगवान, ट्रक चालक गुलशेर व परिचालक अशोक कुमार के विरुद्ध जून माह में आरोपपत्र दाखिल किया था, जबकि नामजद आरोपित मैनेजिग डायरेक्टर प्रणय अनेजा, वाइस प्रेसीडेंट वीरेंद्र शंखधर, कमल डेनियल, एचआर हेड सोमशेखर, सेल्स हेड अश्वनी उपाध्याय, ट्रासंपोर्टर सत्यवान, उन्नाव स्थित देशी शराब के गोदाम के संचालक अजय जायसवाल व विवेचना में प्रकाश में आए छह आरोपितों की भूमिका की जांच चल रही है। जांच में सामने आया था कि शराब फैक्ट्री से एक ही बिल्टी, गेटपास व आबकारी विभाग से जारी पीडी 25-ए पास के जरिये दो बार देशी शराब लदा ट्रक निकालकर विभिन्न जिलों के गोदामों में सप्लाई की जाती थी।
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