शक्ति कुंड का बंधा टूटने से दर्जनों प्रतिमाएं गोमती में बहीं
शारदीय नवरात्रि के बाद विजयदशमी के दिन शुरू प्रतिमाओं का विसर्जन बुधवार की सुबह तक सकुशल ढंग से संपंन्न हो रहा था कि अचानक बंधा टूटने से अफरा-तफरी मच गई। जिसको लेकर देर शाम तक आयोजन समिति सहित जिला व पुलिस प्रशासन हलकान रहा। छह घंटे की मशक्कत के बाद शक्ति कुंड को दुरुस्त कर पुन विसर्जन किया गया।
जागरण संवाददाता, जौनपुर : शारदीय नवरात्र के बाद विजयदशमी के दिन शुरू प्रतिमाओं का विसर्जन बुधवार की सुबह तक सकुशल ढंग से संपंन्न हो रहा था कि अचानक बंधा टूटने से अफरा-तफरी मच गई। जिसको लेकर देर शाम तक आयोजन समिति सहित जिला व पुलिस प्रशासन हलकान रहा। छह घंटे की मशक्कत के बाद शक्ति कुंड को दुरुस्त कर पुन: विसर्जन किया गया।
गोमती नदी का जलस्तर बढ़ने के चलते नगर के नखास के विसर्जन घाट पर नव दुर्गा मंदिर से पूरब की तरफ नया शक्ति कुंड बनाया गया जो प्रतिमाओं की संख्या की अपेक्षा छोटा था। न्यायालय के आदेशों का पालन करते हुए जिला व पुलिस प्रशासन द्वारा उसी कुंड में प्रतिमाओं का विसर्जन शुरू करा दिया जहां कुंड के छोटा होने एवं पानी कम होने के चलते प्रतिमाओं को एक-दूसरे पर लादना शुरू कर दिया गया। बुधवार की सुबह नौ बजे स्थिति यह हो गई कि कुंड का बंधा एक छोर से बह गया जिसके चलते कई प्रतिमाएं बहकर गोमती नदी में चली गई। जब तक लोग कुछ करते तब तक काफी प्रतिमाएं आदि गंगा गोमती की अविरल धारा की ओर बह गई। इसको लेकर नगर पालिका सहित जिला व पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूलने लगे जो पुलिस की मदद से वहां मौजूद लोगों को भगाने के साथ टूटे कुंड को रोकने में जुट गए। इसी को लेकर दर्जन भर से अधिक प्रतिमाएं दोपहर तक रोकी गई जो कुंड के सही होने पर विसर्जित की गई। सूचना पर पहुंचे स्वच्छ गोमती अभियान के अध्यक्ष गौतम गुप्ता गोमती नदी में हजारों केमिकलयुक्त पानी बहने पर आक्रोश व्यक्त किया। साथ ही ईओ नगर पालिका पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की मांग किया। नमूना लेकर प्रदूषण जांच केंद्र को भेजने की बात कही।