दीपोत्सव आज, हरेगा तम का राज
लंकाधिपति अत्याचारी रावण का सपरिवार वध कर भगवान राम के वनवास से अयोध्या वापस आने की प्रसन्नता में मनाया जाने वाला ज्योति पर्व दीपावली कार्तिक अमावस्या की रात रविवार को मनाई जाएगी।
जागरण संवाददाता, मऊ : लंकाधिपति अत्याचारी रावण का सपरिवार वध कर भगवान राम के वनवास से अयोध्या वापस आने की प्रसन्नता में मनाया जाने वाला ज्योति पर्व दीपावली कार्तिक अमावस्या की रात रविवार को मनाई जाने की तैयारी है। पर्व का उल्लास पूरे जनपद में दो दिन पूर्व धनतेरस के साथ ही आरंभ हो चुका है। शनिवार को पूरे दिन जमकर खरीदारी हुई और बाजारों में भारी भीड़ रही। शाम को लोगों ने छोटी दीवाली मनाई और मुख्य पर्व मनाने की सारी तैयारियों को अंतिम रूप दिया।
दीपावली पर्व मनाने के लिए लोगों ने शनिवार को लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां, चढ़ावे के लिए लाई-चूड़ा, सजावट के सामान, विद्युत झालरों, मिट्टी के दीए, मोमबत्तियां, रूई की बाती आदि खरीदी। बाजारों में इन वस्तुओं की तमाम अस्थाई दुकानें सजी हुई हैं। लोगों की भीड़ के चलते बाजारों में तिल रखने की जगह नहीं दिख रही थी। सुबह से ही ग्रामीण क्षेत्रों से आने वालों का तांता लगा था। इससे हर ओर जाम की स्थिति बनी रही। दोपहर बाद कुछ भीड़ छंटती दिखी तो थोड़ी राहत दिखी कितु कुछ ही समय बाद शहर के लोग निकले तो फिर सड़कें जाम और पैदल भी चलना मुश्किल हो गया। नरक चतुर्दशी के अवसर पर सायंकाल लोगों ने यम के नाम से दीप जलाए और छोटी दीवाली मनाई। रविवार की ब्रह्ममुहूर्त में घरों की महिलाओं ने घर का दरिद्र बाहर करने की परंपरा का निर्वहन किया और धन, संपत्ति, ऐश्वर्य की देवी कमलासना, विष्णुप्रिया मां लक्ष्मी के आगमन का मार्ग प्रशस्त किया।