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बेटियां दहेज विवाह का मंडप में ही करें तिरस्कार : आनंदीबेन

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि बेटियां दहेज विवाह का मंडप में ही तिरस्कार करें। वें उम्मीद करती हैं कि गोल्ड मेडलिस्ट छात्र ससुराल से गोल्ड की मांग नहीं करेंगे।

By JagranEdited By: Published: Tue, 03 Dec 2019 06:50 PM (IST)Updated: Wed, 04 Dec 2019 06:09 AM (IST)
बेटियां दहेज विवाह का मंडप में ही करें तिरस्कार : आनंदीबेन
बेटियां दहेज विवाह का मंडप में ही करें तिरस्कार : आनंदीबेन

जागरण संवाददाता, जौनपुर: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि बेटियां दहेज विवाह का मंडप में ही तिरस्कार करें। वें उम्मीद करती हैं कि गोल्ड मेडलिस्ट छात्र ससुराल से गोल्ड की मांग नहीं करेंगे। युवा विवाह में गाड़ी, बंगला, सोना-चांदी नहीं लेंगे इसका संकल्प लें, यही सच्ची दीक्षा है। यह बातें विश्वविद्यालय की कुलाधिपति (राज्यपाल) ने मंगलवार को वीर बहादुर सिंह पूर्वाचल विश्वविद्यालय के 23 वें दीक्षा समारोह में कही। इस दौरान उन्होंने अपने हाथों से 65 मेधावियों को गोल्ड मेडल व 121 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि दी।

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कहा कि भारत में सबसे अधिक टीबी के रोगी हैं। विश्व के चार टीबी रोगियों में से एक भारत का है। हर साल 27 लाख टीबी के मरीज देश में सामने आ रहे हैं। इसमें 20 फीसद रोगी अकेले उत्तर प्रदेश के हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री ने टीबी मुक्त देश बनाने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि समाज के प्रयास से ही देश व प्रदेश को टीबी मुक्त बनाया जा सकता है। उन्होंने तंबाकू व धूम्रपान से दूरी बनाने पर जोर दिया। कहा देश में कुपोषित बच्चों के जन्म लेने की वजह जाननी पड़ेगी। एनिमिक छात्राओं, महिलाओं का बराबर हीमोग्लोबीन जांच करना जरूरी है। उन्होंने बाल विवाह पर संविधान का हवाला देते हुए कड़ाई से रोकने की बात कही। उन्होंने छात्राओं को प्रेरणा देते हुए कहा कि दहेज की मांग करने वाले दूल्हे से शादी से इन्कार करें। इसके लिए बेटियों को आगे आना होगा और यह शिक्षा से ही संभव है। उन्होंने आने वाले दिनों में पानी को गंभीर समस्या बताते हुए बचाने का संकल्प दिलाया। इसके साथ ही कहा कि अन्न की बर्बादी रोकें। शादी-विवाह व अन्य आयोजनों में अन्न खराब न करें। वहीं दीक्षा समारोह के मुख्य अतिथि इस्कान मंदिर जम्मू-काश्मीर के श्री प्रभुपाद आश्रम के नव योगेंद्र स्वामी महाराज ने कहा कि इंसान को आत्मा की संतुष्टि के लिए परमात्मा के बारे में जानना आवश्यक है। यह शरीर भोजन से नहीं आत्मा से चलता है, बिना इसके यह किसी काम का नहीं है। आत्मा परमात्मा का अंश है। भगवान एक हैं उसके नाम भले ही अनेक हैं। दीक्षा समारोह में कुलाधिपति अपने निर्धारित समय पर पहुंची और सभागार में दो घंटा 40 मिनट तक रहीं। इस दौरान उन्होंने श्रीनिवास रामनुजम अनुसंधान अध्ययन भवन के शिलापट्ट का लोकार्पण किया। साथ ही प्राथमिक विद्यालय के छात्र-छात्राओं में बैग व फल वितरित किया। इसके बाद कुलाधिपति आवास पर स्वयं सहायता समूह, टीबी, रेडक्रास, रोटरी व लायंस क्लब के साथ ही अन्य संस्थाओं से मुलाकात कीं। मुख्य अतिथि व कुलाधिपति का स्वागत कुलपति प्रो.राजाराम यादव व संचालन डा.मनोज मिश्रा ने किया।


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