इलेक्ट्रिक ट्रैक पर खामियां देख बिफरे सीआरएस
जौनपुर-शाहगंज रूट पर हुए विद्युतीकरण में खामियां देख सीआरएस शैलेष कुमार का पारा चढ़ गया। अधिकारियों को अंतिरम चेतावनी देते हुए कमियों को जल्द से जल्द ठीक करने का निर्देश दिया। सीआरएस बुधवार सुबह साढ़े नौ बजे जौनपुर जंक्शन से खेतासराय स्टेशन पहुंचे थे। यहां कंट्रोल रूम का उद्घाटन करने के बाद वह ट्राली से शाहगंज की ओर रवाना हो गए। उनके साथ उत्तर रेलवे के डीआरएम सतीश कुमार समेत रेलवे के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। इलेक्ट्रिक से ट्रेनों की शुरूआत अगले कुछ दिनों में होने की संभावना है। रायबरेली में हरचंदपुर स्टेशन के करीब न्यू फरक्का एक्सप्रेस के बेपटरी होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी इसकी जांच चल रही है।
जागरण संवाददाता, जौनपुर: जौनपुर-शाहगंज रूट पर हुए विद्युतीकरण में खामियां देख सीआरएस शैलेष कुमार का पारा चढ़ गया। अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कमियों को जल्द से जल्द ठीक करने का निर्देश दिया। सीआरएस बुधवार सुबह साढ़े नौ बजे जौनपुर जंक्शन से खेतासराय स्टेशन पहुंचे थे। यहां कंट्रोल रूम का उद्घाटन करने के बाद वह ट्राली से शाहगंज की ओर रवाना हो गए। उनके साथ उत्तर रेलवे के डीआरएम सतीश कुमार समेत रेलवे के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। इलेक्ट्रिक से ट्रेनों की शुरूआत अगले कुछ दिनों में होने की संभावना है। रायबरेली में हरचंदपुर स्टेशन के करीब न्यू फरक्का एक्सप्रेस के बेपटरी होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी इसकी जांच चल रही है। साथ ही शाहगंज स्टेशन के करीब लगातार दो बार ट्रैक टूटने की घटना से सबक लेने को कहा।
निरीक्षण के पहले सीआरएस ने मुख्य विद्युत अभियंता समेत रेल पथ से जुड़े सभी विभागीय अधिकारियों से जानकारी ली। आधा-अधूरा रिपोर्ट पेश करने पर फटकार भी लगाई। उन्होंने इंटेंसिव ट्रे¨नग मास्टर ड्राइव के बारे में संबंधित अधिकारी से जानकारी मांगने समेत यातायात निरीक्षक से भी जवाब मांगे। सीईई को भी फटकार लगते हुए कहा कि एसीटी चे¨कग किए बगैर 75 फीसदी कार्यों को ओके कैसे बता दिया। रेल संरक्षा आयुक्त ने दिल्ली, अंबाला, आसनसोल, डेहरी समेत अन्य स्थानों पर हुए कार्यों का हवाला देते हुए सीख लेने की नसीहत दी। शाहगंज रेलवे स्टेशन पर निरीक्षण के दौरान वह रिले रूम पहुंचे तो यहां ताला बंद देख उप मुख्य अभियंता संकेत शर्मा पर भड़क गए। इसके बाद उन्होंने पावर हाउस पहुंच अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। जफराबाद से अकबरपुर टांडा के 121 किलोमीटर की इस महत्वपूर्ण परियोजना पर बीते डेढ़ वर्ष से कार्य चल रहा था। जौनपुर-शाहगंज रूट पर तकरीबन 35-40 ट्रेनें चलती हैं। इसमे 30 एक्सप्रेस व मेल ट्रेन शमिल हैं। इलेक्ट्रिक लाइन से ट्रेनों को रफ्तार तो मिलेगी ही यात्रियों को लेटलतीफी के झंझट से भी छुटकारा मिलेगा। जफराबाद, जौनपुर जंक्शन, मेहरावां, महगांवा, खेतासराय, शाहगंज, बेलवाईं व मालीपुर समेत अकबरपुर व टांडा तक तकरीबन 121 किलोमीटर पर विद्युतीकरण का कार्य काफी समय से चल रहा था। मुख्य परियोजना निदेशक सुधाशु कृष्ण दुबे समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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डीआरएम ने सुनाई खरी-खरी
सीआरएस स्पेशल सुबह ही जौनपुर जंक्शन पहुंच गई थी। सुबह तकरीबन पौने नौ बजे डीआरएम सतीश कुमार ने स्टेशन पर चले रहे कार्यों की समीक्षा किया। इस दौरान धीमे निर्माण पर अधिकारियों को लताड़ा भी। उन्होंने प्लेटफार्म समेत सर्कुले¨टग एरिया कर निरीक्षण किया। प्लेटफार्म पर जगह-जगह गड्ढों को देख मुख्य कार्य निरीक्षक को चेतावनी दी। कहा कि ऐसा नहीं चलेगा। इसके अलावा उन्होंने निर्देश के बाद भी पुरानी बि¨ल्डगों को अबतक नहीं तोड़े जाने को लेकर भी अधिकारियों को तलब किया। तकरीबन आधे घंटे निरीक्षण के दौरान उन्होंने प्लेटफार्म विस्तार समेत अन्य रूके हुए लंबित परियोजनाओं की जानकारी ली। साथ इन्हें प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने का निर्देश दिया।