जौनपुर पहुंचा शहीद राजेश कुमार का पार्थिव शरीर, वाराणसी में होगा अंतिम संस्कार
सीआरपीएफ में सब इंसपेक्टर राजेश कुमार बिंद के पार्थिव शरीर को लेकर रात करीब तीन बजे सीआरपीएफ के डीआईजी आरके डींग डांग भी उनके गांव पहुंचे।
जौनपुर (जेएनएन)। छत्तीसगढ़ के सुकमा में कल तड़के नक्सली हमले में शहीद जौनपुर के जांबाज राजेश कुमार बिंद का पार्थिव शरीर आज तड़के उनके गांव पहुंचा। सीआरपीएफ की एक टुकड़ी लखनऊ से उनके पार्थिव शरीर को लेकर आज तड़के जौनपुर में उनके गांव पहुंची। इसके बाद तो वहां पर कोहराम मच गया।
सीआरपीएफ में सब इंसपेक्टर राजेश कुमार बिंद के पार्थिव शरीर को लेकर रात करीब तीन बजे सीआरपीएफ के डीआईजी आरके डींग डांग भी उनके गांव पहुंचे। राजेश कुमार बिंद कल ही सुबह छतीसगढ़ के सुकमा में शहीद हुए थे।
राजेश का पार्थिव शरीर उनके गांव पहुंचते ही माहौल काफी गमगीन हो गया। उनके परिवार के लोगों ने शहीद राजेश कुमार बिंद के नाम से गांव का नामकरण, गांव के मुख्य द्वार पर प्रवेश गेट के साथ गांव में शहीद की प्रतिमा स्थापित करने की मांग की है। इसके साथ ही शहीद की पत्नी उषा के नाम किसी महानगर में लीज पर भूमि उपलब्ध कराकर पेट्रोल पंप या गैस एजेंसी का लाइसेंस निर्गत करने और गोधना निगोह मार्ग का नामकरण शहीद राजेश के नाम पर किए जाने की मांग भी की गई।
इससे पहले सीआरपीएफ की तरफ से 58 हजार रुपये मदद दी गई। इसमें 8 हजार अंतिम संस्कार और 50 हजार रुपये तेरहवीं पर खर्च करने के लिए दिए गए हैं। अभी राजेश कुमार बिंद का पार्थिव शरीर गांव में ही रखा गया है। परिवार के लोग शहीद के छोटे भाई आशीष और कुछ रिश्तेदार के आने का इंतजार कर रहे हैं। राजेश कुमार बिंद का अंतिम संस्कार वारणसी में किया जाएगा।