जनपद में कोरोना की इमरजेंसी जांच शुरू
जिले में कोरोना के जांच की व्यवस्था नहीं थी। बीएचयू नमूना भेजकर जांच कराने में कई दिन लग जा रहे हैं। सबसे अधिक गंभीर संक्रमित मरीजों व मृत संदिग्ध मरीजों को लेकर समस्या आ रही थी। चीन से आई किट पर प्रतिबंध लगने के बाद इमरजेंसी जांच के बिना आपरेशन व गंभीर मरीजों का इलाज खतरे से खाली नहीं था। शनिवार को ट्रूनट मशीन का राज्य मंत्री गिरीश यादव ने उद्घाटन किया। दावा है कि डेढ़ घंटे में इस मशीन े दो नमूनों की जांच होगी।
जागरण संवाददाता, जौनपुर: जिले में कोरोना संक्रमण के जांच की व्यवस्था नहीं थी। बीएचयू नमूना भेजकर जांच कराने में कई दिन लग जा रहे हैं। सबसे अधिक समस्या गंभीर संक्रमित मरीजों व मृत संदिग्धों के मरीजों को लेकर हो रही थी। चीन से आयी किट पर प्रतिबंध लगने के बाद इमरजेंसी जांच के बिना आपरेशन व गंभीर मरीजों का इलाज खतरे से खाली नहीं था। इसे देखते हुए शनिवार को ट्रूनट मशीन का राज्यमंत्री गिरीश यादव ने उद्घाटन किया। दावा है कि डेढ़ घंटे में इस मशीन दो नमूनों की जांच होगी।
कोरोना काल में गंभीर मरीजों के कोविड-19 संभावित सैंपल लेकर लखनऊ या बीएचयू भेजे जाते रहे हैं, ऐसे में चार से पांच दिन का समय लग जाता था। इस दौरान गंभीर मरीज की हालत और भी खराब होने की संभावना बन जाती रही, लेकिन इस ट्रूनट मशीन से जैसे किडनी, बीपी, शुगर, एक्सीडेंट या ऑपरेशन संबंधित मामलों में मरीज का नमूना लेकर जांच की जाएगी। इसके अलावा किसी स्वास्थ्य कर्मी के अंदर कोविड-19 की संभावना है तो उनकी भी जांच की जाएगी। मशीन से प्रतिदिन 20 सैंपल की जांच हो सकती है। यह मशीन केवल गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीजों के लिए उपयोग में ली जाएगी। वहीं अन्य कोविड के संभावित मरीजों का पहले की तरह जांच के लिए बीएचयू भेजा जाएगा। इस अवसर पर जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह, सीएमओ रामजी पांडेय, सीएमएस सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।