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तालाबों की बदली सूरत, जल संरक्षण की जगी आस

दैनिक जागरण के बूंद-बूंद अनमोल व जिला प्रशासन के जल है तो कल है संयुक्त अभियान के तहत खोदे जा रहे तालाबों से भूगर्भ जल स्तर के बढ़ने की आस जग गई है। सभी 21 ब्लाकों में चले अभियान से कई तालाबों की सूरत संवर गई है। तालाब खोदाई का यह अभियान अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है। एक साथ कई गांवों में चले कार्य से बड़ी संख्या में श्रमिकों को रोजगार मिला है। अब महाराजगंज ब्लाक में

By JagranEdited By: Published: Sun, 21 Jun 2020 06:12 PM (IST)Updated: Sun, 21 Jun 2020 06:12 PM (IST)
तालाबों की बदली सूरत, जल संरक्षण की जगी आस
तालाबों की बदली सूरत, जल संरक्षण की जगी आस

जागरण संवाददाता, जौनपुर : दैनिक जागरण के बूंद-बूंद अनमोल व जिला प्रशासन के जल है तो कल है संयुक्त अभियान के तहत खोदे जा रहे तालाबों से भूगर्भ जल स्तर के बढ़ने की आस जग गई है। सभी 21 ब्लाकों में चल रहे तालाबों की खोदाई के अभियान से कई तालाबों की सूरत बदल गई है। तालाब खोदाई का यह अभियान अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है। एक साथ कई गांवों में चले कार्य से बड़ी संख्या में श्रमिकों को रोजगार मिला है।

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अब महराजगंज ब्लाक में भी तालाब खोदाई को अंतिम रूप दिया जा रहा है। यह ब्लाक डार्क जोन में है। बीडीओ पीयूष सिंह ने बताया कि जल संरक्षण के लिए तालाबों को मूर्त रूप देने के लिए मनरेगा मजदूरों को लगाया गया है। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में श्रमिक तालाब खोदाई के कार्य में लगाए गए हैं। कहा कि जल संरक्षण के लिहाज से दैनिक जागरण का यह अभियान कई मायनों में खास है। उमरी कला ग्राम पंचायत के प्रधानपति करुणेश शर्मा ने बताया 35 मजदूर तालाब खोदने को लगे हैं। उन्होंने कहा कि इससे लगातार गिर रहे जलस्तर में काफी हद तक सुधार होगा। राकेश सिंह का कहना है कि तालाब की खोदाई से जहां धार्मिक भावनाएं उजागर होती है, वहीं व्यापक स्तर पर इसका लोगों को लाभ भी मिलता है। उन्होंने जागरूकता बढ़ाने के लिहाज से दैनिक जागरण की ओर से चलाए गए इस अभियान की सराहना की। सुजानगंज में भी तालाब खोदाई को अंतिम रूप दिया जा रहा है। यहां साड़ी कला गांव में तालाब की खोदाई आखिरी दौर में है। प्रधान सुरेंद्र ने बताया कि एक सप्ताह के भीतर कार्य पूरा करा लिया जाएगा। मंसा गांव निवासी रमाशंकर सिंह ने कहा कि खोदे गए तालाबों में पानी भरने से जहां जलसंरक्षण हो सकेगा वहीं पशु-पक्षियों की भी प्यास बुझ सकेगी।


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