नहर ओवरफ्लो, 200 बीघा धान की फसल डूबी
सरायख्वाजा क्षेत्र में शारदा सहायक खंड-36 नहर कई जगहों से ओवरफ्लो होने से दो सौ बीघा धान की फसल डूब गई है। कई जगह बस्ती में भी पानी पहुंच गया है। धान की फसल चौपट होते देख किसानों के माथे पर बल पड़ गया है। नहर का पानी नहीं बंद करने पर किसानों ने आंदोलन की चेतावनी दी है।
जागरण संवाददाता, मल्हनी (जौनपुर): सरायख्वाजा क्षेत्र में शारदा सहायक खंड-36 नहर कई जगहों से ओवरफ्लो होने से दो सौ बीघा धान की फसल डूब गई है। कई जगह बस्ती में भी पानी पहुंच गया है। धान की फसल चौपट होते देख किसानों के माथे पर बल पड़ गया है। नहर का पानी नहीं बंद करने पर किसानों ने आंदोलन की चेतावनी दी है।
शारदा सहायक खण्ड 36 नहर गड़ैला, लपरी, कड़ैला में ओवरफ्लो हो गई है। जिसके चलते खम्भौरा, जासोपुर, जंगीपुर, डाल्हनपुर, लोहता, गड़ैला, देवकली, सुल्तानपुर गौर, काफरपुर, चकिया, सरायख्वाजा, बरगांव, मेढामैर, मनिया, राजेपुर के किसानों की तैयार फसल में पानी भर गया है। धान की पकी फसल में पानी देख किसान ¨चतित हैं। साथ ही समय से खेत सूखना व खाली करना भी मुश्किल हो गया है। इससे गेहूं की बुआई में बिलम्ब हो जाएगा। पानी जासोपुर व चकिया निवासी विनोद यादव, अमरनाथ, हरि यादव, शिवकुमार, सागर, फूलचंद, राम आसरे, सागर, दूधनाथ, मुन्नालाल, प्रेमलाल, उमाशंकर समेत दर्जनों किसानों के घरों में घुस गया। डाल्हनपुर के किसान श्रीराम यादव, बाकेलाल, रामलखन, हीरा लाल, रमाशंकर ¨सह, विजय सोनकर, रामा यादव, चन्दन, सिकन्दर, जगलाल ने कहा कि जरूरत के समय नहर से पानी नहीं दिया गया। अब फसलें काटी जा रही हैं, तब नहर का पानी दे रहे हैं। कहा यह भी जा रहा है कि दुर्गा प्रतिमा विर्सजन की वजह से भी नहर जाम हुई है।