भागवत कथा कल्पवृक्ष के समान
जागरण संवाददाता बदलापुर (जौनपुर) श्रीमद्भागवत कथा के सुनने से जन्म-जन्मांतर के विकार नष्ट हो
By JagranEdited By: Published: Wed, 28 Oct 2020 06:07 PM (IST)Updated: Wed, 28 Oct 2020 06:07 PM (IST)
जागरण संवाददाता, बदलापुर (जौनपुर): श्रीमद्भागवत कथा के सुनने से जन्म-जन्मांतर के विकार नष्ट हो जाते हैं। कलियुग में इस कथा को सुनने मात्र से व्यक्ति भवसागर से पार हो जाता है।
ये बातें कथावाचक डा. अशोक पांडेय ने शाहपुर गांव में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन कही। उन्होंने कहा कि यह कथा कल्पवृक्ष के समान है, जिससे सभी इच्छाओं की पूर्ति की जा सकती है। भागवत पुराण अट्ठारह पुराणों में से एक है। इसके श्रवण से परीक्षित को मोक्ष की प्राप्ति हुई और कलियुग में आज भी इसका प्रत्यक्ष प्रमाण देखने को मिलते हैं। इस दौरान आचार्य पं. अशोक तिवारी, प्रभाकर चतुर्वेदी, मुन्ना तिवारी, ईशनारायण, रमेश आदि उपस्थित थे।
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