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फगुआ गायकी की खुमारी में झूमे श्रोता

बक्शा विकास खंड के सुजियामऊ गांव में मंगलवार को पारंपरिक होली गीत का आयोजन किया गया। इस दौरान फगुआ गीतों व वाद्य यंत्रों की धुन पर श्रोता मन्त्र मुग्ध हो गए। गीत सुनने के लिए सैकड़ों श्रोता दूर-दराज से पहुंचे थे। कलाकारों ने अवधी फगुआ उलारा चैता बेलवइया चहका धमार आदि गीत की शानदार प्रस्तुति दी।

By JagranEdited By: Published: Wed, 11 Mar 2020 05:31 PM (IST)Updated: Wed, 11 Mar 2020 05:31 PM (IST)
फगुआ गायकी की खुमारी में झूमे श्रोता
फगुआ गायकी की खुमारी में झूमे श्रोता

जागरण संवाददाता, नौपेड़वा (जौनपुर): बक्शा विकास खंड के सुजियामऊ गांव में मंगलवार को पारंपरिक होली गीत का आयोजन किया गया। इस दौरान फगुआ गीतों व वाद्य यंत्रों की धुन पर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। गीत सुनने के लिए सैकड़ों श्रोता दूर-दराज से पहुंचे थे। कलाकारों ने अवधी, फगुआ, उलारा, चैता, बेलवइया, चहका, धमार आदि गीत की शानदार प्रस्तुति दी।

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पूर्व ब्लाक प्रमुख श्रीपति उपाध्याय के आवास पर आयोजित होली मिलन गीत में प्रज्ञाचक्षु प्रख्यात गायक बाबू बजरंगी सिंह ने धमार गीत 'मन बसा मोर वृंदावन में एवं वैसवारा करिहौ का यार करिहौ का यार मैं तरुणी हरि छोट जतन करिहौ का यार' सुना श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। इसके अलावा बड़कऊ उपाध्याय द्वारा चहका झोकवन बहई बयार अटरिया लंबी छवाई द बालम प्रस्तुत कर मंत्रमुग्ध कर दिया। गायक रामआसरे तिवारी द्वारा फगुआ गीत बालम सेजिया ना आये सखी खूब सराहा गया। प्रख्यात गायक लाल साहब पाठक, कैलाश शुक्ल, रामनवल शुक्ल, आशीष पाठक, कृष्णानंद उपाध्याय, चक्रपति उपाध्याय, विदित नारायण उपाध्याय, अभिनव उपाध्याय, शिवानंद उपाध्याय, त्रिवेणी प्रसाद पाठक आदि ने लुप्त हो रही लोकगीतों की बेहतरीन प्रस्तुति दी। अंत में आयोजक एवं गीतों के संरक्षण में प्रमुख योगदान करने वाले श्रीपति उपाध्याय ने आए हुए लोगों के प्रति आभार जताया। इस दौरान डा. अशोक सिंह, डा. मनोज मिश्र, जय प्रकाश सिंह राना, भुलेश्वशर पांडेय, वशिष्ठ शुक्ला, सत्य नारायण मिश्र, कृष्णकांत उपाध्याय, विद्यानंद उपाध्याय, विनोद तिवारी, लोकेश उपाध्याय, अम्बरीष दूबे आदि लोग मौजूद रहे। फगुआ गीतों पर देर रात तक झूमते रहे श्रोता

खुटहन (जौनपुर): रुस्तमपुर गांव के मंगलवार को होली मिलन का कार्यक्रम आयोजित हुआ। जिसमें पारंपरिक लोक गीत फगुआ व चैता गायन पर देर रात तक श्रोता झूमते रहे। क्षेत्रीय लोक गायकों में तीर्थराज मिश्र, रामसजीवन मिश्र व श्रीकृष्ण पांडेय की तिकड़ी ने 'सजनी यह वीर वसंत शयन सजी धाए'व 'मोहि घायल कीन्ह मुरारी कहत राधा प्यारी'गाकर श्रोताओं की ़खूब वाहवाही बटोरी। संगीत शिक्षक रामजी मिश्र ने 'अर्जुन बलवान किए प्रतीक्षा भारी'गाकर श्रोताओं को झूमने के लिए विवश कर दिया।

झिनू दुबे व अवधेश तिवारी ने भी अपने गायन से श्रोताओं के बीच समां बांधे रखा। सुप्रसिद्ध भोजपुरी गायक मंतोष पांडेय ने ढोलक की थाप से श्रोताओं की रंग की खुमारी को बढ़ाए रखा। यहां मौजूद लोगों ने एक दूसरे को रंग व गुलाल लगाकर परस्पर प्रेम व भाईचारे का संदेश दिया। इस मौके पर डा. अनिल तिवारी, ज्वाला प्रसाद उपाध्याय, देवतादीन यादव, दीनानाथ मिश्र, पिटू श्रीवास्तव, राकेश मिश्र, प्रेम तिवारी, उमाशंकर तिवारी, दिनेश यादव तथा विकास श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे। आयोजक प्रधान संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीकृष्ण पांडेय ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।


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