भाइयों ने साबित किया पुरुषार्थ ही सफलता का मूल मंत्र
जागरण संवाददाता, जफराबाद( जौनपुर) : भाग्य नहीं पुरुषार्थ ही सफलता का मूलमंत्र है, इसे सिद्ध कि
जागरण संवाददाता, जफराबाद( जौनपुर) : भाग्य नहीं पुरुषार्थ ही सफलता का मूलमंत्र है, इसे सिद्ध किया धर्मापुर विकास खंड के कलंदरपुर गांव निवासी माडल किसान दो भाइयों ने। वर्तमान समय में जहां युवाओं को रोजगार मिल पाना एक चुनौती बन गया है वहीं यह भाई बेरोजगारों के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं।
उच्च शिक्षा ग्रहण करने के बाद दोनों को नौकरी नहीं मिली तो उन्होंने हताश होने की बजाए खेती को अपना रोजगार बनाया। नवीनतम तकनीकी से अगेती खेती व सब्जियों, औषधियों की खेती से न केवल अच्छी आय प्राप्त कर रहे हैं बल्कि आस-पास के लोगों को प्रेरित कर रहे हैं। खेती के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए इन्हें कई बार पुरस्कृत किया जा चुका है।
कलंदरपुर गांव निवासी मुनिराज मौर्य के तीन पुत्रों में बृजेश स्नातक और मंजेश ने स्नातकोत्तर की शिक्षा प्राप्त किया। शिक्षा पूरी करने के बाद नौकरी की तलाश में दर-दर भटकने के बाद जब निराशा हाथ लगी तो दोनों भाइयों ने पिता के साथ किसानी में हाथ बंटाना शुरू कर दिया। कठिन परिश्रम व सीखने की ललक ने इन्हें एक मुकाम मिला। पिता के पास कुल छह एकड़ जमीन है। जिसमें वह तरह- तरह के सब्जी व अनाज औषधियों की खेती करते हैं। इस समय वह दो एकड़ में पत्ता गोभी की खेती किए हैं। मंजेय ने बताया कि तीस से चालीस हजार प्रति एकड़ खर्च आता है और एक लाख से सवा लाख तक प्रति एकड़ आमदनी होती है। खेती से ही इनके परिवार की शिक्षा-दीक्षा, भरण-पोषण एवं शादी विवाह होता है। इनके पास कोई बाहर की आमदनी नहीं है। मौर्य ब्रदर को दैनिक जागरण के किसान महोत्सव, एकीकृत बागवानी मिशन, राष्ट्रीय औषधि पौधे मिशन, साग-भाजी फल एवं पुष्प प्रदर्शनी वाराणसी सहित कई पुरस्कार मिल चुके हैं।