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जिले में संचालित 556 ईंट भट्ठों में 362 होंगे बंद

जागरण संवाददाता जौनपुर न कोई लाइसेंस न प्रदूषण बोर्ड से सहमति। जनपद में संचालित 556 ईंट भट्ठों में 362 खुद के मानक पर संचालित हैं। इन भट्ठों की धुआं उगल रहीं चिमनियों से जहां पर्यावरण को पलीता लग रहा है वहीं इनसे करोड़ों रुपये राजस्व की क्षति भी हो रही है। पर्यावरण को प्रदूषित कर रहे इन अवैध ईंट भट्ठों के संचालन पर सख्ती से रोक लगेगी।

By JagranEdited By: Published: Sat, 24 Jul 2021 11:55 PM (IST)Updated: Sat, 24 Jul 2021 11:55 PM (IST)
जिले में संचालित 556 ईंट भट्ठों में 362 होंगे बंद
जिले में संचालित 556 ईंट भट्ठों में 362 होंगे बंद

जागरण संवाददाता, जौनपुर: न कोई लाइसेंस, न प्रदूषण बोर्ड से सहमति। जनपद में संचालित 556 ईंट भट्ठों में 362 खुद के मानक पर संचालित हैं। इन भट्ठों की धुआं उगल रहीं चिमनियों से जहां पर्यावरण को पलीता लग रहा है, वहीं इनसे करोड़ों रुपये राजस्व की क्षति भी हो रही है। पर्यावरण को प्रदूषित कर रहे इन अवैध ईंट भट्ठों के संचालन पर सख्ती से रोक लगेगी। उच्च न्यायालय के आदेश पर शासन ने इन्हें बंद करने के लिए जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजकर कार्रवाई का निर्देश दिया है। अपर मुख्य सचिव के पत्र के साथ प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से चिन्हित 362 अवैध भट्टों की सूची भी संलग्न की गई है।वायु को प्रदूषित करने और जमीन की उर्वरा शक्ति को कम करने में ईंट भट्ठे महती भूमिका निभा रहे हैं। भट्ठा प्रदूषण न फैलाएं, इसके लिए इनके संचालन का नियम काफी सख्त रखा गया है, लेकिन भट्ठा संचालक स्थापना के लिए बने मापदंड नियमावली का भट्ठा बैठा रहे हैं। पर्यावरण प्रदूषण के चलते जहां जनमानस घातक बीमारियों की चपेट में आ रहा है वहीं फसलों व फलों का उत्पादन भी बुरी तरह प्रभावित हो गया है। हुक्मरान सबकुछ जानते हुए आंख पर पट्टी बांधे चुप्पी साधे थे। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने न्यायालय में जो सूची जमा की है उसमें प्रदेश में कुल 19395 भट्ठों का संचालन दर्शाया गया है। इन भट्ठों में 10323 ने प्रक्रिया पूरी करते हुए बोर्ड द्वारा संचालन की सहमति प्राप्त की है और 9047 भट्ठे अवैध रूप से चल रहे हैं। ऐसे में जौनपुर में संचालित 556 ईंट भट्ठों में सिर्फ 194 के ही मानक पूरे हैं। हास्यास्पद स्थिति तो यह है कि नियमों का भट्ठा बैठा रहे इन ईंट भट्ठों के खिलाफ अभी तक न तो प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कार्रवाई की और न ही सक्षम अधिकारियों ने। अपर मुख्य सचिव मनोज सिंह ने जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को आठ जुलाई को पत्र भेजकर पर्यावरण को प्रदूषित कर रहे अवैध ईंट भट्ठों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया है। कहा है कि ऐसे ईंट भट्ठों का संचालन रोकने के साथ ही आगामी सीजन में फुंकाई, खनन पट्टा की अनुमति न दी जाए।

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