चूल्हे की चिगारी बनी शोला, 18 लोगों के मड़हे खाक
नयनसंड गांव की अनुसूचित जाति बस्ती में रविवार को दोपहर बाद अगलगी में 1
जागरण संवाददाता, गौराबादशाहपुर (जौनपुर): नयनसंड गांव की अनुसूचित जाति बस्ती में रविवार को दोपहर बाद अगलगी में 18 गरीबों का आशियाना खाक हो गया। मड़हों में रखे लाखों रुपये मूल्य के गृहस्थी के सामान नष्ट हो गए। आग चूल्हे की राख में मौजूद चिगारी से लगी। मड़हों के धू-धू करने के दौरान गैस सिलेंडर में हुए धमाके से डरे-सहमे बड़ी संख्या में ग्रामीण खेतों में भाग गए। आग बुझाने के दौरान चार ग्रामीण झुलस गए। इनमें से दो को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। तीन मवेशी भी जिदा जल गए।
बस्ती के लोग गांव के पश्चिम तरफ गड्ढे में खाना बनाने के बाद फेंकी गई चूल्हे की राख में मौजूद चिगारी ने हवा के झोंके के साथ उड़कर बस्ती के मुनीब के रिहायशी मड़हे को जद में ले लिया। मड़हे में आग लग गई। जब तक ग्रामीण आग पर काबू पाने का प्रयास करते तेज पछुआ हवा के चलते आस-पास अन्य कई मड़हे जद में आकर धू-धू कर जलने लगे। आग की ऊंची लपटों ने पेड़ों की झुलस रहीं पत्तियां उड़कर करीब डेढ़ दर्जन मड़हों को चपेट में ले लिया। पुलिस व अग्निशमन दस्ते को सूचना देने के साथ ग्रामीण हैंडपंप और ट्यूबवेल चलाकर राहत व बचाव कार्य में जुट गए। मौके पर पहुंचे अग्निशमन दस्ते के जवानों ने ग्रामीणों की मदद से करीब दो घंटे बाद आग पर काबू पाया। तब तक मुनीब, राम लखन, विनोद, संतोष, मेवालाल, प्यारेलाल, लालचंद्र, घुरूहू, हरिनाथ, यदुनाथ, उर्मिला, अशोक, सुनीता, सुभाष, प्रकाश, राजेश व फेरई सहित अन्य लोगों के डेढ़ दर्जन से ज्यादा रिहायशी मड़हे खाक हो चुके थे। मड़हों में मौजूद खाद्यान्न, ओढ़ना-बिछौना, गृहस्थी के सामान खाक हो गए। लाखों की क्षति का अनुमान लगाया जा रहा है।
आग बुझाने के प्रयास में वृद्ध मुनीब, धर्मा पत्नी राम लखन बुरी तरह से झुलस गईं। उन्हें उपचार के लिए एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेजा गया। आंशिक रूप से झुलसी मुनीब की पुत्री रेनू, बालक शिव, पुत्र मुन्ना का पीएचसी चोरसंड पर इलाज कराया गया। आग की वजह से राम लखन के घर में रखा गैस का सिलेंडर तेज धमाके के साथ फट गया। उनके घर की छत में लगा सीमेंट शेड उड़ गया। इससे घबराए ग्रामीण बाइक व अन्य कीमती सामान लेकर खेतों में भाग गए। थानाध्यक्ष विजय कुमार चौरसिया ने भी सहयोगियों के साथ राहत व बचाव कार्य में मदद की। कानूनगो चेत नारायण सिंह,लेखपाल गिरिजा शंकर व सेक्रेटरी आरके पाल ने आकर आग से हुई तबाही का आंकलन किया। दो बकरियां व एक गाय आग में जिदा जल गईं। अग्निपीड़ित परिवार खुले आसमान के नीचे आ गए हैं। राशन तो दूर कपड़ों के नाम पर भी वही बचे हैं जो उनके शरीर पर मौजूद थे। शादी के लिए जुटाए गए सामान खाक, सदमे से महिला बेहोश
अग्नि पीड़ित मुनीब के घर में पड़ी शादी के लिए जुटाए गए सामान भी आग में नष्ट हो गए। आग की विनाशलीला में अपना घर जलते देख उर्मिला सदमे से बेहोश हो गई। राम लखन के घर में रखे एलपीजी सिलेंडर में विस्फोट की वजह से उनकी पत्नी धर्मा घायल हो गईं।
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