ट्रक का चक्का जाम, कारोबार प्रभावित
जागरण संवाददाता, उरई : टोल टैक्स फ्री करने सहित कई मांगों को लेकर ट्रक आपरेटरों न
जागरण संवाददाता, उरई : टोल टैक्स फ्री करने सहित कई मांगों को लेकर ट्रक आपरेटरों ने आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है। शुक्रवार से ट्रक संचालकों ने चक्का जाम कर दिया जिससे सड़कों पर वाहनों की भागदौड़ नहीं दिखाई दी। ट्रकों की हड़ताल की वजह से कारोबार प्रभावित हुआ। माल की आवाजाही न होने से व्यापारी परेशान रहे। ट्रांसपोर्टरों के यहां इस आशय से पहुंच रहे थे कि शायद रात तक माल आ गया हो। हड़ताल कितनी लंबी खिचेंगी इसको लेकर कुछ कहा नहीं जा सकता है।
अपनी मांगों को लेकर ट्रांसपोर्टरों ने शुक्रवार को चक्का जाम कर दिया। सभी ट्रक जहां के तहां खड़े हो गए। ट्रकों की हड़ताल का प्रभाव कारोबार पर दिखाई दिया। माल की आवक न होने की वजह से व्यापारी परेशान रहे। हर ट्रांसपोर्टर के यहां व्यापारी अपना माल आने की जानकारी लेने पहुंच रहे थे। हड़ताल के चलते सड़कों पर भी रोज की तरह वाहनों की भागदौड़ नहीं दिखाई दी। जिन व्यापारियों को माल पहले आ गया था उन्होंने राहत की सांस ली। अनुमान लगाया जा रहा है कि ट्रकों की हड़ताल होने की वजह से करोड़ों का व्यापार प्रभावित होगा। माल ढुलाई न होने से सब्जियां व दूसरे सामान भी मंहगे हो सकते हैं। हड़ताल कब तक चलेगी इसको लेकर कुछ कहा नहीं जा सकता है।
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ट्रांसपोर्टर बोले
- वाहन मालिकों को कई स्थानों पर टोल टैक्स देना पड़ता है जिसकी वजह से काफी नुकसान होता है। तमाम बंदिशों की वजह से अब ट्रांसपोर्ट लाइन में कोई फायदा नहीं रह गया है। सरकार को मांगे माननी चाहिए। विजय मिश्रा
- सरकार लगातार डीजल के दाम बढ़ा रही है। भाड़ा वहीं पर है और डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं। इस स्थिति में फायदा होना तो दूर की बात है, कभी-कभी नुकसान उठाना पड़ता है। डीजल के दाम कम किए जाएं। राजेंद्र ¨सह
- सरकार ने ईवे बिल पर पचास हजार तक की छूट दी है इसको बढ़ाकर एक लाख तक किया जाना चाहिए। मोटर मालिकों को ही परेशानी होती है। व्यापारी के आने तक जुर्माने की वजह से ट्रक खड़े रहते हैं। लल्लू गुप्ता
- गाड़ियों का बीमा इतना अधिक मंहगा है कि ट्रक चालकों को पसीना आ रहा है। इन सभी समस्याओं को लेकर सरकार से कई मांग की गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई मजबूरी में आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ा। राजू