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बहन की शादी से लौटे युवक ने फंदा लगाकर दी जान

मौसेरी बहन की शादी से घर लौटे युवक ने फांसी लगा जान दे दी। उसने आत्मघाती कदम क्यों उठाया यह वजह पता नहीं चली है। स्वजन शादी समारोह में थे और वह मवेशियों को चारा पानी देने के लिए घर लौटा था। साथ आया दोस्त वापस चलने के लिए बुलाने आया तो उसे फंदे पर लटका देखा। शोर सुन आसपास के लोग जुटे और अस्पताल ले गए जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। घटना सिरसा कलार थाना क्षेत्र के न्यामतपुर गांव की है। सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची और कागजी कार्रवाई की। शादी समारोह की खुशियां गम में बदल गईं। स्वजनों में कोहराम मच गया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Feb 2020 06:44 PM (IST)Updated: Tue, 18 Feb 2020 06:04 AM (IST)
बहन की शादी से लौटे युवक ने फंदा लगाकर दी जान
बहन की शादी से लौटे युवक ने फंदा लगाकर दी जान

संवाद सूत्र, महेबा : सिरसा कलार थाना क्षेत्र के न्यामतपुर गांव में मौसेरी बहन की शादी से घर लौटे युवक ने फंदा लगाकर जान दे दी। युवक ने आत्मघाती कदम क्यों उठाया, यह वजह पता नहीं चली है। स्वजन शादी समारोह में थे और वह मवेशियों को चारा पानी देने के लिए घर लौटा था। साथ आया दोस्त वापस चलने के लिए बुलाने आया तो उसे फंदे पर लटका देखा। शोर सुनकर आसपास के लोग जुटे और अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया।

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न्यामतपुर गांव निवासी इंद्रपाल के साढ़ू खुशीराम की बेटी रीना की उरई के एक गेस्ट हाउस में रविवार को थी। इंद्रपाल की पत्नी वैदेही और खुशीराम की पत्नी विद्यावती सगी बहनें हैं और एक ही गांव में ब्याही हैं। शादी समारोह में इंद्रपाल का पूरा परिवार शामिल होने गए थे। सोमवार की सुबह इंद्रपाल का बेटा 18 वर्षीय हीराबाबू उर्फ छोटू घर पहुंचा, साथ में दोस्त गांव निवासी हरिओम भी था। मवेशियों को चारा-पानी देने के बाद उसे वापस उरई समारोह में लौटना था। कुछ देर बाद हरिओम घर पहुंचा और आवाज देते हुए अंदर घुसा तो हीराबाबू छत के कुंडे में लगे फंदे से लटक रहा था और छटपटा रहा था। शोर मचाने पर आसपास के लोग पहुंच गए और आननफानन हीराबाबू को नीचे उतारा। उरई मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। सबसे छिपाई गई दुखद घटना

जैसे ही घटना की खबर पहुंची वैसे ही शादी समारोह में घर के पुरुषों के बीच सन्नाटा पसर गया। महिलाओं से दुखद घटना की बात छिपा ली गई। हीराबाबू की मौत की जिनको जानकारी हुई, उनकी खुशियां मातम में बदल गईं। नहीं कर पाया बहन को विदा

दोस्त हरिओम ने बताया कि रास्तेभर हीराबाबू बहन को विदा करने की बात कर रहा था। वह बहुत खुश था। कयास लगाया गया कि शायद समारोह से मवेशियों को चारा-पानी देने के लिए घर भेजे जाने से वह खिन्न हो गया था, जिसकी वजह से इतना बड़ा कदम उठा लिया। बहन की शादी को लेकर बहुत खुश था बेटा

पिता इंद्रपाल ने बताया कि हीराबाबू बहन रीना की शादी को लेकर बहुत खुश था। हर काम आगे बढ़कर कर रहा था। हमने तो उसे भैंस की दोहनी (दूध दुहने) व चारा पानी के लिए घर भेजा था। सपने में भी नहीं सोचा था कि यह दिन देखना पड़ेगा। मां हुई बेहोश, भाई बदहवास

बेटी की विदाई तक मां वैदेही और मौसी विद्यावती से हीराबाबू की मौत की बात छिपाकर रखी गई। बरात जाने के बाद सभी को न्यामतपुर भेज दिया गया। पुरुष सदस्य पोस्टमार्टम हाउस को रवाना हो गए। मां विद्यावती घर पहुंची तो पड़ोसियों से लाल की मौत होने की बात पता चली। खबर सुनते ही वह घर के बाहर ही पछाड़ खाकर गिर गईं और बेहोश हो गईं। बड़े भाई बुद्ध सिंह की हालत खराब हो गई और वह बदहवास हो गया। अभी बुद्ध सिंह की भी शादी नहीं हुई है। बेटी की विदाई के बाद अर्थी की तैयारी

एक तरफ बेटी की विदाई करने के बाद अर्थी की तैयारी शुरू कर दी गई। पूरे गांव में मातम पसर गया। पुलिस का कहना है कि मौत की वजह पता नहीं चली है।


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