सीवर लाइन की सफाई व पुनर्गठन का कार्य शुरू
संवाद सहयोगी कोंच बुंदेलखंड की सबसे लंबी सीवर लाइन की सफाई का कार्य अब नगर पालिका कराने जा रही है। जिम्मेदार जल संस्थान ने धनराशि के अभाव में नगर पालिका से सफाई का कार्य कराने के लिए कहा था। जिसके बाद पालिका ने 38 लाख 78 हजार रुपये की धनराशि निर्गत कर सीवर सफाई का ठेका अखिल कॉन्ट्रेक्टर एंड सप्लायर को देकर जल्द से जल्द सफाई एवं मरम्मत का कार्य प्रारंभ करने को कहा है।
संवाद सहयोगी, कोंच : बुंदेलखंड की सबसे लंबी सीवर लाइन की सफाई का कार्य अब नगर पालिका कराने जा रही है। जिम्मेदार जल संस्थान ने धनराशि के अभाव में नगर पालिका से सफाई का कार्य कराने के लिए कहा था। जिसके बाद पालिका ने 38 लाख 78 हजार रुपये की धनराशि निर्गत कर सीवर सफाई का ठेका अखिल कॉन्ट्रेक्टर एंड सप्लायर को देकर जल्द से जल्द सफाई एवं मरम्मत का कार्य प्रारंभ करने को कहा है।
वैसे तो नगर में पड़ी सीवर लाइन का फिर से पुनर्गठन किया जाना था। जिम्मेदार जल संस्थान के आलाधिकारियों ने सीवर लाइन के पुनर्गठन का प्रस्ताव शासन को भेजा भी है। 70 के दशक में नगर में डाली गई बुंदेलखंड की सबसे लंबी 32 किमी की सीवर लाइन 15 हजार की आबादी के लिए थी लेकिन बाद में आबादी बढ़ने और देखरेख के अभाव में यह सीवर लाइन जगह-जगह जाम हो गई। कई चेंबर अंदर ही अंदर टूट गए जिस कारण पूरी नगर की सीवर लाइन जाम होकर ध्वस्त हो गई। विभागीय अधिकारियों ने लाइन के पुनर्गठन को ही अंतिम विकल्प माना और उसका प्रस्ताव तथा स्टीमेट स्वीकृति के लिए शासन को भेज दिया। शासन ने उचित पैरवी न होने के कारण पुनर्गठन का प्रस्ताव ठंडे बस्ते में पड़ा रहा। इधर सीवर लाइन के जाम होने से आम जनता लगातार शिकायत करती रही जिससे जल संस्थान के अधिकारियों ने नगर पालिका से सीवर सफाई एवं टूटे हुए चेंबरों की मरम्मत के लिए के लिए धन की मांग की। स्टीमेट भी बनाकर दिए लेकिन नगर पालिका ने स्टीमेट के सापेक्ष 38 लाख 78 हजार 831 रुपये की धनराशि स्वीकृत तो कर दी लेकिन कार्यदाई संस्था के रूप में नगर पालिका को ही चुना। अब पालिका ने सीवर सफाई और मरम्मत का ठेका नगर की ही एक फर्म अखिल कॉन्ट्रेक्टर एंड सप्लायर को दिया है जिसने अपना कार्य शुरू भी कर दिया है। कोट
सीवर सफाई और चेंबरों की मरम्मत और पंपिग स्टेशन कुएं की मरम्मत का ठेका हो चुका है। सफाई का कार्य भी शुरू होने वाला है। ठेकेदार से कहा गया है कि वह स्टीमेट के अनुसार अपना कार्य निर्धारित अवधि के अंदर पूर्ण करा दें।
अशोक कुमार, प्रभारी ईओ एवं नगर मजिस्ट्रेट