पीएम आवासों की जांच शुरू, कर्मियों के फूले हाथ-पांव
संवाद सूत्र रामपुरा सरकारी कामों में दखलंदाजी एवं दस्तावेजों में हेराफेरी करने वाले कम
संवाद सूत्र, रामपुरा : सरकारी कामों में दखलंदाजी एवं दस्तावेजों में हेराफेरी करने वाले कर्मचारियों को किसी कीमत में बख्शा नहीं जाएगा। जो भी काम हो सही होना चाहिये। उक्त बातें शुक्रवार को डीसी मनरेगा एके दीक्षित ने ब्लाक रामपुरा के कार्यालय में प्रधानमंत्री आवासों के चयन में की गई हेराफेरी की जांच करते वक्त कही।
उन्होंने कहा कि जांच जारी है जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित होगी। यह सुन कुछ ब्लॉक कर्मियों के हाथ पांव फूल गए। सरकार ऐसेगरीबों को आवास मुहैया करवाने को तत्पर है जिनके पास एक छत का सहारा नहीं है। वहीं कुछ जिम्मेदार योजना में पलीता लगाने में जुटे हैं।
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यह है मामला, सचिव पर गिर सकती गाज
ब्लाक रामपुरा की ग्राम पंचायत हमीरपुरा निवासी राजेंद्र कुमार पुत्र रामदयाल व बाबूराम पुत्र कलू सहित कई लोगों ने जिलाधिकारी को एक मार्च को शिकायती पत्र आरोप लगाया था कि प्रधान व सचिव की मिलीभगत से अपात्रों को धन के बल पर प्रधानमंत्री आवास दिए गए, जबकि हम लोगों का नाम पात्रता सूची में होते हुए लाभ नहीं दिया गया। जिलाधिकारी द्वारा जिलास्तरीय तीन सदस्यीय जांच टीम गठितकर जांच आख्या मांगी गई थी। गठित टीम का नेतृत्व डीसी मनरेगा एके दीक्षित ने करते हुए शुक्रवार को ब्लॉक आकर उक्त मामले से संबंधित अभिलेखों को खंगाला। श्री दीक्षित ने बताया कि अभिलेखों को देखने से पता चलता है कि हेराफेरी की गई है। सचिव केशवकांत त्रिपाठी सहित जो भी जांच में दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी। जिला पंचायत राज अधिकारी अभय यादव, डीआरडीए के अवर अभियंता मुमताज अली के अलावा बीडीओ रामपुरा आदित्य कुमार, एडीओ पंचायत रामकुमार भी उपस्थिति रहे।