ढ्डे, कीचड़ और जाम, बारिश से बना नारकीय हाल
यह दर्दशा विगत 17 वर्षो से है यह दर्दशा विगत 17 वर्षो
संवाद सहयोगी, कालपी : कस्बे का टरननगंज मार्ग राजमार्ग भी कहलाता है। इसी सड़क के दोनों ओर रिहायशी इलाके से लेकर प्रमुख बाजार हैं। हजारों लोग आवागमन करते हैं। ग्रामीण इलाकों से आने वाले यहीं पर खरीदारी को जुटते हैं। बैंक, कॉलेज और अस्पताल भी इस रोड पर हैं। हालत यह है कि नजर चूकी कि गड्ढे में गए वाली सूरत हमेशा बनी रहती है। झांसी-कानपुर हाईवे पर जाम लगते ही दर्जनों भारी वाहन इस रोड से गुजरते थे, ऐसा नहीं कि मरम्मत नहीं होती, पर लाखों खर्च के बाद भी कागज से बाहर सड़क की सूरत नहीं बदल सकी।
आलमपुर तिराहे से फूलपावर चौराहे तक जाने वाला टरननगंज राजमार्ग 17 वर्षो से जर्जर हालत में पड़ा है। मुख्यमंत्री का गड्ढा मुक्त अभियान भी इस सड़क के गहरे व विशाल गड्ढों को नहीं भर सका। करीब डेढ़ किमी लंबे मार्ग में सड़क नाम का अस्तित्व तो जाने कब का मिट चुका है। सड़क के नाम पर गड्ढे व गिट्टी धूल ही नजर आती है। हल्की बारिश में ही सड़क तालाब में बदल गई। ---
सड़क किनारे हैं बैंक, तहसील, स्टेशन व बाजार
जर्जर राजमार्ग के किनारे ही मुख्य बाजार है। वहीं अस्पताल, रेलवे स्टेशन व बैंक भी इसी सड़क से होकर जाना पड़ता है। बाजार जाना हो या बैंक या फिर अस्पताल यही एकमात्र सड़क है। मां वनखंडी देवी शक्ति पीठ व रामजानकी मंदिर जैसे प्रमुख धर्मस्थल भी इसी सड़क किनारे हैं।
----- 2016-17 में 51 लाख रुपये की लागत से हुई थी मरम्मत
कहने को सड़क की मरम्मत कई मर्तबा हुई लेकिन 2016-17 में लोक निर्माण विभाग ने लगभग 51 लाख रुपये की लागत से आलमपुर तिराहे से लेकर फुलपावर चौराहे तक मरम्मतीकरण कराया था। गुणवत्ता की कमी के कारण मरम्मतीकरण छह माह भी नहीं चल सका। उसके बाद यह सड़क नगर पालिका को हैंडओवर कर दी गई। जिसके बाद नगर पालिका ने गड्ढे भरवाने के लिए कई बाहर मिट्टी गिट्टी डस्ट आदि डलवाई लेकिन सड़क के गड्ढे नहीं भरे। अब सड़क पर कीचड़ व जलभराव से होकर ही लोग निकल रहे हैं। --------
सड़क की हालत जर्जर है। कीचड़ व जलभराव से लोगों को आवागमन में दिक्कत हो रही है। सड़क निर्माण का कार्य शुरू हो चुका है।
- सुरजीत सिंह, सभासद, टरननगंज -----------
मुख्य बाजार की सड़क में कीचड़ व जलभराव होने से नगर के लोगों व बाजार आने वाले लोगों को कीचड़ से होकर गुजरना पड़ता है। मरम्मत तो कराई जा सकती है।
- सनील पाटकार
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वाहनों के निकलने पर कीचड़ के छीटें दुकान तक आते हैं। पिछले कई वर्षो से बारिश का मौसम हम लोगों के लिए नरक साबित होता है।
- पप्पू रजक ------------
सड़क डेढ़ दशक से जर्जर पड़ी है। हर साल बारिश में कीचड़ जलभराव पूरी सड़क में हो जाता है। लोगों को भारी परेशानी होती है लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जाता है।
- पप्पू अंसारी
जिम्मेदार बोले
सड़क निर्माण के पहले चरण का कार्य प्रारंभ हो चुका है। नगर पालिका कार्यालय के दोनों ओर दो सौ मीटर सड़क निर्माण से पूर्व नाला निर्माण कराया जा रहा है।
- सुशील कुमार, ईओ, नगर पालिका परिषद