100 गांवों को जोड़ने वाले मदारीपुर राज्यमार्ग बारिश में बना जानलेवा
12 किमी चौड़ीकरण कर दिया गया शेष 2
संवाद सूत्र, महेबा : कागजों में दुरुस्त सड़क की हकीकत देखनी हो तो जोल्हूपुर-मदारीपुर राज्यमार्ग पर चंद किमी का सफर ही काफी है। यह सड़क हमीरपुर, चित्रकूट और औरैया को झांसी-कानपुर हाईवे से जोड़ती है। करीब सौ गांवों के लोगों का इससे आवागमन होता है। सड़क के 12 किमी तक चौड़ीकरण के बाद जिम्मेदारों ने इसे देखना ही बंद कर दिया।
राज्यमार्ग का दर्जा प्राप्त करीब 40 किमी लंबे जोल्हूपुर-मदारीपुर मार्ग का दो साल पहले गोरा कला तक 12 किमी चौड़ीकरण किया गया था। बची 28 किमी सड़क खस्ताहाल ही है।
विधायक नरेंद्र पाल सिंह की मानें तो 28 किमी मार्ग के चौड़ीकरण के लिए भी सरकार ने इस्टीमेट के अनुसार 30 करोड़ धनराशि स्वीकृत कर दी है। हालांकि मार्ग की दुर्दशा में सुधार नहीं हुआ है।
छह माह में ही हालत जस की तस
महेबा, सतरहजू, न्यामतपुर, दमरास आदि गांव के ग्रामीणों ने बताया कि महेबा एवं कुठौंद ब्लॉक के सौ से अधिक गांव के लोगों का आना-जाना इस मार्ग से है। दमरास गांव के बस स्टॉप पर बाबई के लिए संपर्क मार्ग गया है, वहां बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। बारिश का पानी भरा रहने से दोपहिया वाहन चालक गिरकर चुटहिल होते हैं। छह माह पहले मरम्मत भी की गई थी, पर हालत फिर से वही हो गई है। इन प्रमुख मार्गों को जोड़ता है
जोल्हूपुर में झांसी कानपुर राष्ट्रीय मार्ग व हमीरपुर मार्ग, न्यामतपुर से उरई व कानपुर देहात के बेहमई मार्ग, दमरास में बाबई मार्ग, सिरसा कलार में हदरुख व भदेख मार्ग, मदारीपुर में उरई औरैया मार्ग, मुसमरिया आटा मार्ग को जोड़ता है। जबकि सौ से अधिक गांव की करीब एक लाख से अधिक लोगों का आवागमन होता है। --
लोगों की बात राज्यमार्ग घोषित होने से उम्मीद थी कि मार्ग का विस्तार हो जाएगा। जिससे आवागमन में सुविधा मिलेगी दिल्ली कानपुर जाने में हमारे लिए सबसे सुगम मार्ग है।
- कुशपाल भदौरिया जिला तहसील ब्लॉक के अलावा लखनऊ और तीर्थ स्थल चित्रकूट को यह मार्ग सीधे जोड़ता है। इसलिए इस क्षेत्र के लिए बहुत उपयोगी है लेकिन जर्जर होने से परेशानी होती है।
- कमल कुमार
जोल्हूपुर मदारीपुर मार्ग महेबा-कुठौंद व जालौन विकास खंड के गांव को सीधे महत्वपूर्ण मार्गों से जोड़ता है। जिसका चौड़ीकरण होना आवश्यक है लेकिन काम बंद चल रहा है।
- गजेंद्र सिंह
चार दशकों से उपेक्षित इस मार्ग की उपयोगिता को दृष्टिगत रखते हुए 2011 में चौड़ीकरण के लिए प्रस्ताव भेजा गया था। जो स्वीकृत भी हो गया था पर अभी तक पूरे मार्ग का चौड़ीकरण नहीं हो सका। जबकि जनपद का सबसे महत्वपूर्ण मार्ग है।
- पूर्व विधायक छोटे सिंह
वर्जन-
28 किमी मार्ग के लिए 30 करोड़ का प्राक्कलन तैयार किया गया था, जो स्वीकृत नहीं हुआ है। मार्ग जहां उखड़ गया है, उसे ठीक कराया जाएगा।
- बीके राय, अधिशाषी अभियंता, लोक निर्माण विभाग