ऋण जमानुपात कम होने पर चिता, आरबीआइ को लिखा जाएगा पत्र
प्रकट की। साथ ही बैंक अधिकारियों से कहा कि सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के ऋण आवेदन लंबित नहीं रहने चाहिए। अन्यथा कठोर कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी। रिजर्व बैंक के सहायक प्रबंधक जगदीश नारायण भट्ट ने साफ तौर पर कहा कि अगली बैठक में वही बैंक अधिकारी जिला स्तरीय बैंक समिति की बैठक में उपस्थित रहेंगे जिनको पूरी जानकारी हो। इस मौके पर कालपी के विधायक नरेंद्र सिंह जादौन कई बैंकों के शाखा प्रबंधक के साथ ही नाबार्ड के जिला प्रबंधक प्रकाश कुमार उपकृषि निदेशक आरके तिवारी जिला विकास अधिकारी मिथलेश सचान सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।
जागरण संवाददाता, उरई : कलेक्ट्रेट सभागार में हुई डीएलआरसी की बैठक में बैंकों का ऋण जमानुपात कम पाए जाने पर डीएम ने चिता व्यक्त की। पंजाब नेशनल बैंक व बैंक ऑफ बड़ौदा की स्थिति लगातार खराब मिलने पर सुधार करने की बात कही। कहा, आरबीआइ को पत्र लिखकर पूरे मामले से अवगत कराया जाएगा।
जिलाधिकारी डॉ. मन्नान अख्तर की अध्यक्षता में हुई बैठक में अग्रणी बैंक प्रबंधक अरुण कुमार मिश्रा ने सभी बैंक समन्वयकों से रिपोर्ट रखने के लिए कहा। कई बैंकों में ऋण जमा करने का अनुपात कम पाया गया। इस पर जल्दी सुधार करने को कहा गया। सरकारी योजनाओं के ऋण आवेदनों लंबित होने की बैंकवार समीक्षा की गई। पंजाब नेशनल बैंक के प्रतिनिधि की ओर से सही जानकारी उपलब्ध न कराने पर डीएम ने गहरी नाराजगी प्रकट की। बैंक अधिकारियों से कहा, सरकार की ओर से संचालित योजनाओं के ऋण आवेदन लंबित नहीं रहने चाहिए। रिजर्व बैंक के सहायक महाप्रबंधक जगदीश नारायण भट्ट ने साफ तौर पर कहा, अगली बैठक में वही बैंक अधिकारी जिला स्तरीय बैंक समिति की बैठक में उपस्थित रहेंगे जिन्हें पूरी जानकारी हो। इस मौके पर कालपी के विधायक नरेंद्र सिंह जादौन, कई बैंकों के शाखा प्रबंधक के साथ ही नाबार्ड के जिला प्रबंधक प्रकाश कुमार, उपकृषि निदेशक आरके तिवारी, जिला विकास अधिकारी मिथलेश सचान सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।