न्यायिक अधिकारियों ने किया शेल्टर होम का निरीक्षण
जागरण संवाददाता, उरई : चार न्यायिक अधिकारियों ने जिले में संचालित दो शेल्टर होम का औचक
जागरण संवाददाता, उरई : चार न्यायिक अधिकारियों ने जिले में संचालित दो शेल्टर होम का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने वहां पर रह रहे आश्रितों के रहन-सहन, खान-पान, चिकित्सा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, सुरक्षा और मूलभूत व्यवस्थाओं को देखा। इस दौरान कई खामियां पाई गईं।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अनिल कुमार यादव ने बताया कि जनपद न्यायाधीश अनिल कुमार गुप्ता के निर्देशन में अनुश्रवण समिति के सदस्यों ने मोहल्ला लहरियापुरवा स्थित आश्रय गृह और राठ रोड स्थित वृद्धा आश्रम का निरीक्षण किया। निरीक्षण करने वाली अनुश्रवण समिति में वरिष्ठ अपर जिला जज चंद्रपाल ¨सह, कुटुंब न्यायाधीश रीता गुप्ता, प्राधिकरण सचिव अनिल कुमार यादव और जिले के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट गुलाम मुस्तफा शामिल रहे। न्यायिक अधिकारियों ने दोनों आश्रय स्थलों पर रहे परिवारों से बात की और उनसे विभिन्न ¨बदुओं पर पूछताछ की।
मोहल्ला लहरियापुरवा में संचालित आश्रय गृह में न्यायिक अधिकारियों को निरीक्षण में कई प्रकार की खामियां मिलीं। यहां मौजूद आश्रितों मुन्नालाल निवासी ग्राम मोंठ जिला झांसी, महाराज ¨सह निवासी पिरौना, महेंद्र निवासी फुलैला ने बताया कि वे सभी मेहनत-मजदूरी करके जीवन-यापन करते हैं। उन्हें यहां पर मात्र रहने की सुविधा दी गई है। भोजन इत्यादि की कोई व्यवस्था नगर पालिका परिषद या अन्य किसी की ओर से नहीं की गई है।
मूलभूत उपस्कर व्यवस्थाओं के संबंध में देखे जाने पर पाया गया कि आश्रितों के उपयोग के लिए उपलब्ध बेड कक्षों में अलग-अलग कोनों में एक-दूसरे के ऊपर रखे पाए गए। इनकी संख्या महिला डोरमैट्री में 14 एवं पुरुष डोरमैट्री में 24 पाई गई। उपस्थित आश्रितों ने बताया कि यह बेड उन्हें उपयोग के लिए नहीं दिए गए। इस कारण वह अपने-अपने बिस्तर पर जमीन पर सोते हैं। शुद्ध पेयजल की व्यवस्था यहां नहीं पाई गई, यद्यपि एक आरओ और एक वाटर कूलर मिला, जो चालू नहीं है।
आश्रय गृह के बाहर सुरक्षा दीवार की ऊंचाई अत्यधिक कम पाई गई। इससे वहां महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा का खतरा बना रहता है। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधा के संबंध में यहां कोई भी व्यवस्था नहीं पाई गई। साफ-सफाई, स्वच्छता एवं स्वास्थ्य के संबंध में निरीक्षण करने पर पाया गया कि शौचालय एवं स्नानागारों में पर्याप्त साफ-सफाई नहीं है। आश्रय गृह के आसपास का परिवेश एवं पर्यावरणीय स्थिति स्वास्थ्य की ²ष्टि से अनुकूल नहीं पाई गई। आश्रय गृह के बाहर स्थित नाला कच्चा और गंदगी से भरा मिला। इससे संक्रामक रोग होने की आशंका है। समाज कल्याण विभाग द्वारा राठ रोड पर एक एनजीओ के सहयोग से संचालित वृद्धा आश्रम में व्यवस्थाएं ठीकठाक पाई गईं।