बागवानी व गो पालन से बढ़ेगी आत्मनिर्भरता
संवाद सहयोगी जालौन बुंदेलखंड किसान समृद्धि यात्रा
संवाद सहयोगी, जालौन : बुंदेलखंड किसान समृद्धि यात्रा में सहकार भारती सहयोग कर सहकारी समितियों के गठन एवं सहकारिता से गांवों को स्वावलंबी बनाने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। यह बात पुरानी नझाई में यात्रा की तैयारी को लेकर आयोजित बैठक में प्रदेश महामंत्री डॉ. प्रवीण सिंह जादौन ने कही।
उन्होंने कहा कि बहुफसली प्राकृतिक कृषि और बागवानी के माध्यम से दो एकड़ खेती एवं 2 गोवंश पालन से एक परिवार की अच्छी तरह से आत्मनिर्भर आजीविका हो सकती है। इसमें समुचित प्रबंधन एवं स्थानीय जन सहभागिता की आवश्यकता है। प्रदेश प्रमुख सतीश सिंह ने कहा कि जिले में अन्ना प्रथा पलायन, बीमारी, बेरोजगारी एवं जल संकट आदि समस्याओं के समाधान के लिए यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें अन्ना प्रथा का स्थाई समाधान, एक किसान एक गाय अभियान, गोमूत्र संग्रह व बायोगैस संयंत्र की स्थापना, वर्षा जल संचयन में किसानों की सहभागिता, किसान उत्पादक संगठन के माध्यम से कृषि उत्पादों के प्रसंस्करण, पैकेजिग के बारे में विषय विशेषज्ञ गांव गांव में जाकर जानकारी देंगे। जिलाध्यक्ष उपेंद्र सिंह राजावत ने यात्रा की जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 29 अक्टूबर को विरासनी, अमीटा, सुढार, खकसीस व 30 अक्टूबर को बिरिया, जायघा, रामपुरा किरवाहा एवं 31 अक्टूबर को सिम्हारा कासिमपुर, मुसमरिया औरा इटौरा गांवों में किसानों को जागरूक किया जाएगा। बैठक में सिया शरण व्यास, कुंदन सिंह, राहुल समाधिया, श्यामकरन प्रजापति, अनिल प्रजापति, बृजेंद्र सिंह मौजूद रहे।