मेहनत से कमाए धन का करें प्रयोग
संवाद सूत्र, आटा : मनुष्य को अनीत व पाप कर्म से प्राप्त होने वाले धन से दूर रहना चाहिए, क्योंकि
संवाद सूत्र, आटा : मनुष्य को अनीत व पाप कर्म से प्राप्त होने वाले धन से दूर रहना चाहिए, क्योंकि इस तरह से प्राप्त धन मनुष्य की बुद्धि नष्ट कर देता है। मनुष्य को हमेशा मेहनत से कमाए गए धन का ही प्रयोग करना चाहिए। उक्त बात ग्राम पिपरायां में हनुमान मंदिर पर भागवत कथा सुनाते हुए आचार्य बृजेंद्र मोहन गोस्वामी ने कही।
उन्होंने कहा कि परदादा भीमसेन द्वारा जरासंध का वध करने के बाद छीनकर लाए गए स्वर्ण मुकुट को धारण करने से धर्मज्ञ राजा पारीक्षित की बुद्धि नष्ट हो गई थी। जिसके कारण उन्हें श्रंगी ऋषि के श्राप का पात्र बनना पड़ा था। इसलिए मनुष्य को इस तरह के कार्यों से दूर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस तरह से कमाए गए धन को व्यक्ति ज्यादा देर अपने पास नहीं रख सकता है और वह उसे अनैतिक कार्यों में खर्च कर देता है। इस तरह के धन से ली गई वस्तु का कोई मोल नहीं होता है। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को अपनी मेहनत की कमाई का प्रयोग करना चाहिए। कथा को सुनने के लिए रामबिहारी चंसौलिया सहित बड़ी संख्या में महिलाएं व पुरुष मौजूद रहे।