बिजली न आने से बंद रहीं फैक्टियां व पावरलूम
स स कालपी वधुत विभाग की लापरवाही के चलते गांव
संवाद सहयोगी, कालपी : तकनीकी गड़बड़ी से 33 हजार केवीए लाइन से विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। सुबह से गायब बिजली देर शाम तक नहीं आई। भीषण गर्मी व उमस से लोग बेहाल हो गए। फैक्ट्रियां और पावरलूमों की मशीनों की गरज शांत हो गई। घंटो मजदूर बैठे रहे, बाद में घर भेज दिए गए। आए-दिन बिजली संकट से लोगों के अंदर गुस्सा पनप रहा है। यह लावा कभी भी सड़क पर फूट सकता है। लोगों का कहना है कि चार घंटे भी निर्बाध बिजली आपूर्ति नहीं की जा रही है। इसका उद्योगों पर भी विपरीत असर पड़ रहा है।
बुधवार की सुबह से ही शहर की विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। दोपहर 12 बजे तक आपूर्ति बहाल नहीं हुई तो लोग बेचैन हो उठे। विद्युत न आने के कारण पता लगाने में जुट गए। उमस भरी गर्मी में पूरे दिन में एक घंटे भी लोगों को आपूर्ति नहीं मिली। स्थानीय धर्मेंद्र सोनी, छोटे सोनी, अशोक गोस्वामी, गंगाराम आदि ने बताया कि बीते 15 दिनों से विद्युत आपूर्ति का यही हाल है। दिन में चार घंटे भी विद्युत आपूर्ति सुचारू रूप से नहीं मिल रही है। बच्चों की पढ़ाई तक बाधित चल रही है। महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग सभी परेशान हैं। पानी का भी भीषण संकट खड़ा हो जाता है। बंद हुई कागज फैक्ट्रियां व पावरलूमें
विद्युत आपूर्ति बाधित होने से नगर की लगभग 50 कागज इकाइयों में उत्पादन ठप रहा और मजदूर विद्युत के इंतजार में बैठे रहे। जब दो बजे तक बिजली नहीं आई तो फैक्ट्री मालिकों ने उन्हें घर जाने को कह दिया। वहीं नगर की लगभग 500 पावरलूम भी बंद रहीं। इसके साथ आटा चक्की, आरा मशीनें खराद की दुकानें आदि पर भी काम ठप रहा।
नगर के विद्युत उपकेंद्र के 33 हजार केवीए लाइन के सीपीएमओ में खराबी के चलते विद्युत आपूर्ति बाधित हुई थी। जिसे ठीक कर लिया गया है। जल्द ही विद्युत आपूर्ति सुचारू रूप से शुरू होगी।
राजेश शाक्य, अवर अभियंता