विद्युत कटौती ने लगाया उद्योगों पर ब्रेक, खड़ी हो रहीं मशीनें
संवाद सहयोगी कोंच-नगर के मोहल्ला गिरवर नगर इल
संवाद सहयोगी, कालपी : अनलॉक वन के साथ ही रोजगार का पहिया घूमने की उम्मीद जगी थी। लंबे समय से बैठे कामगारों ने रोजगार के सपने पाल फैक्ट्रियों की ओर कदम बढ़ाए लेकिन बेतहाशा बिजली कटौती ने सभी की उम्मीदें तोड़कर रख दीं। कल-कारखाने बंद हैं तो कामगार खाली बैठे हैं। व्यवसायी भी एक ही सवाल पूछते हैं कि विद्युत विभाग के जिम्मेदार यह बता दें कि कितने घंटे बिजली देंगे।
नगर के उद्योग शुरू हुए लेकिन लगातार विद्युत की अधाधुंध कटौती से उद्योगों पर बुरा असर पड़ रहा है। कागज उद्योग, हैंडलूम और कालीन सभी विद्युत कटौती की मार झेल रहे हैं। चार दिनों से विद्युत कटौती से आमजन परेशान हैं। नगर के उद्योगों पर भी विपरीत असर पड़ रहा है। व्यापारियों का कहना है कि हर 10 से 15 मिनट के बीच विद्युत ट्रिपिग होती है। एक घंटे भी विद्युत लगातार नहीं आती है, जिससे भारी नुकसान हो रहा है। कागज व्यापारी नवीन गुप्ता बताते हैं हर दस मिनट में लाइट आती जाती है, जिससे कागज फैक्ट्री का बीटर नहीं चल पाता है। जिससे माल नहीं बन पा रहा है। मनमानी कटौती से व्यापारियों को खासी परेशानी है।
कटौती का समय निर्धारित नहीं, कब गुल हो जाए पता नहीं
व्यापारियों व दुकानदारों का कहना है कि विद्युत कटौती का नगर में कोई भी समय निश्चित नहीं है। कागज फैक्ट्रियों में बीटर नहीं चल पा रहे हैं और टेरीकाट की हैंडलूमों में भी मशीनें बंद खड़ी हैं। पूरे दिन मजदूर व फैक्ट्री मालिक निर्बाध आपूर्ति आने का इंतजार करते हैं। बिना काम के मजदूरी देना मजबूरी
उद्यमी कहते हैं कि मजदूरों को बिना काम के ही मजदूरी देनी पड़ रही है। सुबह छह से सात व साढ़े नौ बजे से ग्यारह बजे तक और दोपहर ढाई से साढ़े तीन बजे कटौती का समय निर्धारित है। जबकि इसके विपरीत घंटेभर भी आपूर्ति नहीं मिल पा रही है।