बेतवा नदी के पुल पर गड्ढे होने से दिखने लगे सरिया
संवाद सूत्र डकोर राठ रोड मार्ग पर मोहाना बेतवा नदी पर बना पुल कभी भी बड़े हादसे का सबब बन सकता है। मौरंग लदे ओवरलोड ट्रकों ने केवल सड़कों को ही नहीं बल्कि नदियों पर बने पुलों को भी नुकसान पहुंचाया है। जिससे बेतवा नदी पर बने पुल में सरिया निकल आए हैं। पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों की अनदेखी के चलते पुल पर अभी तक मरम्मत नहीं करवाई गई है।
संवाद सूत्र, डकोर : राठ रोड मार्ग पर मोहाना बेतवा नदी पर बना पुल कभी भी बड़े हादसे का सबब बन सकता है। मौरंग लदे ओवरलोड ट्रकों ने केवल सड़कों को ही नहीं बल्कि नदियों पर बने पुलों को भी नुकसान पहुंचाया है। जिससे बेतवा नदी पर बने पुल में सरिया निकल आए हैं। पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों की अनदेखी के चलते पुल पर अभी तक मरम्मत नहीं करवाई गई है।
मोहाना बेतवा नदी के पुल का निर्माण कार्य सेतु निगम ने 40 वर्ष पूर्व किया था जिसमें ऊपरी परत उखड़ने लगी है। जगह जगह बड़े-बड़े गड्ढे होने से इसका सरिया दिखने लगा है। वाहन चालकों को वाहन निकालने में दुर्घटना का भय बना रहता है। इस मार्ग पर से उरई से महोबा के लिए जाने वाले सभी वाहन गुजरते हैं। हमीरपुर जिले के चिकासी घाट संचालन के बाद क्षमता से अधिक मौरंग लादकर निकलने वाले ओवरलोड ट्रकों ने हालत बिगाड़ दी है।
पुल की हालत ऐसी है कि वाहन गुजरने पर पुल में पहले से अधिक कंपन होती है जिससे वाहन चालक परेशान रहते हैं। मोहाना बेतवा पुल में आठ जगह ऊपरी परत उखड़ने से सरिया दूर से नजर आने लगे हैं। लोगों ने कई बार पीडब्ल्यूडी विभाग में पुल की मरम्मत कराने की शिकायत की लेकिन अभी तक इस ओर ध्यान नहीं दिया गया है। ओवरलोडिग से हुए गड्ढे
बेतवा नदी पर बना पुल जालौन और हमीरपुर की सीमा पर है। इसके साथ ही बेतवा नदी से निकलने वाले मौरंग लदे ओवरलोड ट्रक सीधे डकोर होते हुए हमीरपुर जिले में इसी पुल से चले जाते हैं जिससे इस पुल पर अधिक भार होने के कारण पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। इसके बाद भी इस पुल से ओवरलोड ट्रकों के निकलने पर रोक नहीं लग पा रही है। बाइक चालक हो सकते हादसे का शिकार
पुल में सरिया निकल आने से पुल से रात के समय निकलने वाले बाइक सवार इन सरियों में उलझकर दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं। साथ ही अगर बाइक ज्यादा तेज हुई तो सरियों में उलझ जाने पर नदी में गिरने का भी खतरा है। कोट
पुल पर हुए गड्ढों की तो जानकारी है। अगर सरिया भी दिखने लगे हैं तो मौसम खुलने के बाद मरम्मत का कार्य शुरू करा दिया जाएगा।
बांकेराम, परियोजना प्रबंधक सेतु निगम