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बाढ़ की त्रासदी से जूझ रहा जिला, नहीं बने अस्थायी कैंप

जागरण टीम उरई जागरण टीम उरई

By JagranEdited By: Published: Fri, 26 Aug 2022 12:02 AM (IST)Updated: Fri, 26 Aug 2022 12:02 AM (IST)
बाढ़ की त्रासदी से जूझ रहा जिला, नहीं बने अस्थायी कैंप
बाढ़ की त्रासदी से जूझ रहा जिला, नहीं बने अस्थायी कैंप

बाढ़ की त्रासदी से जूझ रहा जिला, नहीं बने अस्थायी कैंप

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जागरण टीम, उरई : जिले में बाढ़ की स्थितियां लगातार बेकाबू हो रही हैं। यमुना नदी का पानी चौथे दिन खतरे के निशान से लगभग ढाई मीटर ऊपर रहा। यमुना नदी की बाढ़ से कालपी तहसील क्षेत्र के 40 गांव प्रभावित हुए हैं जबकि पहुज और सिंध नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान से दो- दो मीटर ऊपर चल रहा है। वहीं बेतवा नदी का जलस्तर पहले से कम हुआ है। बेतवा का जल स्तर खतरे के निशान से लगभग ढाई मीटर कम है।

बाढ़ की स्थितियों को संभालने के लिए जिले की कमान एनडीआरफ की टीम संभाला है। जिला प्रशासन ने बाढ़ क्षेत्रों में बचाव कार्य के लिए नाव की व्यवस्था करने के साथ आपातकालीन नंबरों की सूची भी जारी कर दी है। हालां कि प्रशासनिक तैयारियों पर सवाल उठ रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि बाढ़ से निपटने के लिए जिला प्रशासन की तैयारियां खानापूरी जैसी हैं। जिले के महेबा, कुठौंध, रामपुरा और माधौगढ़ ब्लाक बाढ़ की त्रासदी से जूझ रहे हैं इसमें जिला प्रशासन के अधिकारी निरीक्षण तो करने जा रहे हैं लेकिन सिर्फ फोटो खिंचवाकर सब कुछ दुरुस्त बता रहे हैं। कालपी क्षेत्र के गांव जो गांव बाढ़ के पानी से घिरे हैं वहां पर न तो लोगों के सामान सुरक्षित करने की कोई व्यवस्था है और न ही अस्थायी कैंप बनवाए गए हैं जिससे लोगों को खाने व ठहरने की व्यवस्था हो सके।

जनप्रतिनिधि बने अनजान

जब चुनाव आता है तो लोग गांवों जाकर लोगों के पैर छूकर वोट मांगते हैं अब लोग मुसीबत में हैं तो कालपी के विधायक विनोद चतुर्वेदी, माधौगढ़ विधायक मूलचंद्र निरंजन अभी तक बाढ़ पीड़ितों का हाल जानने तक नहीं पहुंचे हैं। जबकि इन्हें खाने के साथ ही लोगों के पैकेटों की व्यवस्था घर गांव-गांव पहुंचाना चाहिए था। सदर विधायक गौरीशंकर वर्मा व सांसद भानुप्रताप वर्मा भी बाढ़ पीड़ितों की सुध नहीं ले रहे हैं।

चार आश्रय स्थल खोले :

ग्राम भदेख में गढ़ी पर आश्रय बनाया गया है जिसका प्रभारी प्रमोद कुमार सहायक विकास अधिकारी व महेश चंद्र श्रीवास्तव राजस्व निरीक्षक को बनाया गया है। ग्राम लोहई दिवारा में माता के मंदिर के पास आश्रय स्थल में शिवशरण भदौरिया सहायक विकास अधिकारी व सुरेंद्र सिंह निरंजन राजस्व निरीक्षक को लगाया गया है। टिकरी मुस्तकिल में दो आश्रय स्थल बनाए गए हैं प्राथमिक विद्यालय व वनखंडी देवी मंदिर के पास। प्राथमिक विद्यालय के आश्रय स्थल की व्यवस्था गिरजा शंकर निरंजन सहायक विकास अधिकारी पंचायत व राजस्व निरीक्षक भगवती तिवारी, वनखंडी देवी मंदिर के आश्रय स्थल की जिम्मेदारी प्रतिभा शाल्या बीडीओ कुठौंद व अतुल कुमार तिवारी सहायक विकास अधिकारी बनाए गए हैं।


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