मेडिकल कालेज में शुरू हुई डेंगू की जांच की सुविधा
जासं,उरई: पिछले कुछ दिनों से जनपद में डेंगू के कारण मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही
जासं,उरई: पिछले कुछ दिनों से जनपद में डेंगू के कारण मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। हालांकि कई मरीज ऐसे हैं जो बाहर से आ रहे हैं और उनका इलाज किया जा रहा है। जनपद में अभी तक किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है। अब डेंगू के लक्षण की एलाईजा जांच के लिए मरीजों को ज्यादा दिन का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इसके लिए मेडिकल कॉलेज में एलाईजा जांच प्रारंभ की गई है। हालांकि इससे पहले मंडल स्तर पर तीनों जिलों के संभावित डेंगू के मरीजों की एलाईजा जांच झांसी के मेडिकल कॉलेज में ही की जाती थी।
स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि सिर्फ मेडिकल कॉलेज की एलाईजा जांच ही अधिकारिक है और इसी जांच से पुष्टि होती है कि मरीज को डेंगू है या नहीं।
पिछले साल जालौन में डेंगू के सिर्फ 6 मरीज पाए गए थे, जिनकी वर्तमान में संख्या 13 हो चुकी है। वहीं 2016 में कुल 45 मरीजों में डेंगू के लक्षण पाए गए थे।
12 में मिले लक्षण
मेडिकल कॉलेज में एलाईजा टेस्ट के लिए अभी तक 60 से अधिक लोगों के खून की जांच के सैंपल भेजे गए, जिनमें से 12 मरीजों में डेंगू के लक्षण पाए गए। इन मरीजों को जिला चिकित्सालय व मेडिकल कॉलेज में निश्शुल्क जांच और उपचार के जरिए ठीक किया जा रहा है।
जिला मलेरिया अधिकारी डा. जीएस स्वर्णकार ने बताया कि अगस्त माह से मेडिकल कॉलेज में एलाईजा जांच शुरू होने से काफी सहूलियत मिली है। सभी संभावित मरीजों की स्लाइड बनाकर जांच के लिए मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबायोलॉजी लैब में भेजी जाती है। जहां भी डेंगू का संभावित मरीज मिलता है तो मौके पर वह स्वयं और मलेरिया विभाग की टीम उस मरीज के घर पहुंचती है और सभी प्रकार की जांच के लिए सैंपल इकठ्ठा करती है।
दो दिन बुखार आने पर जाएं चिकित्सक के पास
उन्होने बताया कि यदि दो दिन से ज्यादा किसी को बुखार और जोड़ों में दर्द महसूस होता है तो इसकी नजदीक स्वास्थ्य केंद्र या सरकारी अस्पताल में जांच कराएं और संपूर्ण इलाज लें।
उन्होने बताया कि डेंगू के अलावा जनपद में अभी तक चिकनगुनिया और दिमागी बुखार के एक भी मरीज नहीं पाया गया।
डेंगू के लक्षण
तेज बुखार, सिरदर्द, बदन व जोड़ों में दर्द, शरीर पर लाल दाने
खून की उल्टी, पेशाब व मल में खून आना
ब्लडप्रेशर कम हो जाना, प्लेटलेट्स कम होने लगना
ऐसे करें बचाव
घर के आसपास सफाई का विशेष ध्यान रखें
घर के आसपास पानी को जमा न होने न दें।
खुले में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।
मच्छर को भगाने वाली अगरबत्ती का प्रयोग करें।