गंगा में नाला गिरते देख नाराज हुए मंडलायुक्त, दिए निर्देश
मंडलायुक्त ने शनिवार को स्टीमर से गंगा में गिर रहे नालों को निरीक्षण किया। इस दौरान गंगा में गिर रहे नालों पर उन्होंने नाराजगी जताई
जासं, कानपुर : मंडलायुक्त ने शनिवार को स्टीमर से गंगा में गिर रहे नालों को निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने नाराजगी जताते हुए इन्हें तत्काल बंद कराने के आदेश दिए।
दैनिक जागरण ने गंगा में गिर रहे नालों की खबर प्राथमिकता से प्रकाशित कर रहा है। इसे संज्ञान में लेते हुए मंडलायुक्त डॉ. राजशेखर ने जल निगम महाप्रबंधक, अपर नगर आयुक्त, सिचाई विभाग के अभियंता समेत अन्य अफसरों के साथ अटल घाट से सिद्धनाथ घाट तक दस किमी की यात्रा स्टीमर से की। इस दौरान जल निगम के जीएम ने बताया कि गंगा में गिर रहे 16 नालों में 11 नाले बंद कर दिए गए हैं। इनको सीवरेज पाइप से जोड़ा जा रहा है। बाकी नालों के लिए अस्थायी व्यवस्था की गयी है। निरीक्षण के दौरान गोला घाट और दुबका नाले का दूषित पानी गंगा में गिरता मिला। रानी घाट में भी नाला गंगा में गिर रहा था। गोला घाट नाला को अस्थायी तौर पर बंद किया गया है, लेकिन बिजली न होने के कारण सिस्टम बंद होने के कारण दूषित पानी गंगा में जा रहा था। मंडलायुक्त ने जल निगम जीएम को आदेश दिए कि अगले महीने तक यहां स्टैंडबाय जनरेटर रखा जाए ताकि बिजली कटौती के चलते पंपिग कार्यों में बाधा न आए।
ड्रोन कैमरे से गंगा की निगरानी की जाए
सभी घाटों और नाला के किसी भी डिस्चार्ज के लिए मासिक रूप से औचक निरीक्षण किया जाए। सभी नाला प्रभावी ढंग से टैप किए गए हैं। इसके साथ ही प्रशासन गंगा पर निगरानी करने के लिए ड्रोन कैमरे का उपयोग करे। यह सभी निर्देश मंडलायुक्त ने दिए।
एक पखवारे गंगा के किनार सफाई का चलाया जाए अभियान
मंडलायुक्त ने नगर निगम को आदेश दिए कि गंगा के किनारे फैली गंदगी को साफ करने के लिए एक पखवारे सफाई अभियान चलाया जाए।
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48 करोड़ रुपये से बंद होगे पांच नाले
जल निगम ने गोला घाट, सत्तीचौरा, दुबका नाला, रानी घाट, वाजिदपुर नाला बंद करने के लिए 48 करोड़ रुपये का प्रस्ताव तैयार किया है। शासन में एक साल से प्रस्ताव पड़ा हुआ है। जल निगम के जीएम ने कहा कि यह प्रस्ताव स्वीकृत हो जाए तो छह माह में कार्य पूरा हो जाएगा। मंडलायुक्त ने अफसरों को आदेश दिए कि इसका फालोअप करते रहे।