ताले में कैद लोगों की सैरगाह
संवाद सहयोगी, कालपी : नगर का इकलौता इंदिरा पार्क ताले में कैद हो चुका है। इससे सुबह और
संवाद सहयोगी, कालपी : नगर का इकलौता इंदिरा पार्क ताले में कैद हो चुका है। इससे सुबह और शाम टहलने वाले लोगों और पार्क में खेलने वाले बच्चों को परेशानी हो रही है। वहीं रखरखाव के अभाव में पार्क की हालत दयनीय होती जा रही है।
नगर में इंदिरा पार्क का निर्माण वर्ष 1985-86 में दुर्गा मंदिर के समीप कराया गया था। इसके बीचों-बीच पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की प्रतिमा भी लगी थी। हाईवे निर्माण के दौरान 2008-09 में इसे ध्वस्त कर दिया गया और शिफ्ट कर खानकाह शरीफ के समीप के पास इसका निर्माण कराया गया। जब यह पार्क यहां शिफ्ट किया गया है तभी से पार्क की बदहाली शुरू हो गई। फूल व पेड़-पौधों की बजाय पूरे परिसर में बड़ी-बड़ी घास व बबूल की झाड़ियां उग आई हैं। गंदगी का अंबार लगा है। उधर नगर पालिका ने इसकी देखरेख की बजाय पार्क के भीतर पालिका के खराब पड़े ट्रैक्टर ट्राली व अन्य मशीनों को खड़ा करवा दिया है। यहां अब न लोगों के बैठने की व्यवस्था रह गई है और न ही पेयजल की। पूर्व प्रधानमंत्री की प्रतिमा की साफ-सफाई भी कई वर्षों से नहीं कराई गई है।
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बनने के समय उमड़ते थे लोग
वर्ष 1985-86 में जब दुर्गा मंदिर के बगल में यमुना ब्रिज के पास इस पार्क को बनाया गया तो इसकी शोभा देखते ही बनती थी। विभिन्न प्रकार के फूल वाले पौधे लोगों को आकर्षित करते थे। बच्चों के लिए झूले, सरकपट्टी व अन्य मनोरंजन के साधन थे। पेयजल की व्यवस्था थी। लोग यहां सुबह-शाम घूमने आते थे। शाम के समय बच्चों का जमावड़ा लगता था लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। अब इस पार्क को पालिका भंडारण गृह के रूप में प्रयोग कर रही है।
------------------------ प्रस्ताव बनाकर शीघ्र ही पार्क का सौंदर्यीकरण व सफाई कराई जाएगी।
सुशील कुमार, अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका