अन्ना जानवरों ने चट की दस एकड़ बाजरा की फसल
स स कालपी जिला प्रशासन के लाख प्रयासो के बावजूद अन्ना जानवरों पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। अन्ना जानवरो ने काशीरामपुर गांव के किसान की लगभग दस एकड फसल चट कर गये ंजिस की वजह से किसानों की बर्बाद हो रही है। और भारी नुकसान हो रहा है तहसील क्षेत्र के कांशीरामपुर गांव मे अन्ना जानवरो ने लगभग आधा दर्जनकिसानो के खेतो मे खडी फसल को रौंद डाला और अपनी भूख मिटा ली जिस से इन किसान की लगभग दस एकड मे बोई गई फसल बिल्कुल चौपट हो गई हुआ यों कि शनिवार की।
संवाद सूत्र, कालपी : जिला प्रशासन के लाख प्रयासों के बावजूद अन्ना जानवरों पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। अन्ना जानवरों ने कांशीरामपुर गांव के किसानों की लगभग दस एकड़ फसल चट कर ली।
कांशीरामपुर गांव में अन्ना जानवरों ने लगभग छह किसानों के खेतों में खड़ी फसल को रौंद डाला और अपनी भूख मिटा ली। लगभग दस एकड़ में बोई गई फसल बिल्कुल चौपट हो गई। किसान हरचरन राजपूत, पंचम पाल, सुरेश, वीरसिंह, मन्नू आदि ने अपने खेतों में बाजरा की फसल बोई थी। जिसकी रखवाली भी किसान कर रहे थे। शनिवार की रात किसान अपने खेतों का चक्कर लगाकर लौट आए, तभी देर रात अन्ना जानवरों का झुंड खेतों में घुस गया। तैयार बाजरा की फसल को चट कर दिया। रविवार की सुबह जब किसान खेतों पर पहुंचे तो बर्बाद फसल देखकर उनके होश उड़ गए।
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गोआश्रय केंद्र में नहीं कोई इंतजाम
किसान आजाद भगत सिंह ने बताया कि गांव में जो गोआश्रय केंद्र है, उसमें अन्ना जानवरों के लिए कोई इंतजाम नहीं है। गोआश्रय केंद्र में दलदल है जहां जानवरों को रखा नहीं जा रहा है। न तो वहां भूसा है न ही पानी की व्यवस्था है। जिससे गांव से लेकर खेतों तक अन्ना जानवरों का आतंक है। सड़कों पर बैठे अन्ना जानवर हादसों का कारण भी बन रहे हैं।