नाराज व्यापारियों ने बंद की खरीद
जासं उरई मंडी में गेहूं खरीद केंद्र खोले जाने व जिला प्रशासन द्वारा दो सौ मीटर की दूर तक
जासं, उरई : मंडी में गेहूं खरीद केंद्र खोले जाने व जिला प्रशासन द्वारा दो सौ मीटर की दूर तक व्यापारियों की खरीद को प्रतिबंधित करने से गल्ला व्यापारी जबरदस्त आक्रोश में हैं। गुरुवार को व्यापारियों ने अनिश्चित काल के लिए खरीद बंद करने का निर्णय लिया।
बुधवार को गेहूं खरीद की नीतियों से आजिज गल्ला व्यापारियों ने खरीद बंद करने का निर्णय लिया था। गुरुवार को सभी व्यापारियों ने खरीद बंद कर दी। गल्ला व्यापार संघ के अध्यक्ष प्रदीप महेश्वरी ने कहा कि जिला प्रशासन ने गेहूं खरीद केद्र गल्ला मंडी में खुलवा दिए हैं। इसके साथ ही फरमान भी जारी कर दिया है कि क्रय केंद्र से दो सौ मीटर की दूरी पर कोई भी व्यापारी खरीद नहीं कर सकता है। आखिर व्यापारी खरीद करने के लिए कहां जाएंगे।
कोंच संस के अनुसार गल्ला व्यापारियों को सरकारी गेहूं खरीद केंद्र के 200 मीटर के दायरे में गेहूं की खरीद करने के लिए प्रतिबंधित कर दिए जाने के चलते जिला प्रशासन के फरमान का विरोध किया।
गुरुवार को गल्ला व्यापार संघ के अध्यक्ष अजय गोयल की अध्यक्षता में व्यापारियों की एक बैठक हुई जिसमें निर्णय लिया गया कि जिला प्रशासन का जो आदेश है वह व्यपारियों को परेशान करने वाला है। अत: सभी व्यापारी शुक्रवार से कामकाज बंद कर मंडी को 15 जून तक बंद रखेंगे। बताते चलें कि किसान को सरकार द्वारा घोषित समर्थन मूल्य दिलाने के लिए जिलाधिकारी ने एक तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। इस समिति में एसडीएम मंडी सचिव एवं क्षेत्रीय विपणन अधिकारी को रखा गया है। यह समिति जांच करेगी कि गल्ला मंडियों के अंदर कार्यरत आढ़तिया 15 जून की अवधि तक मंडी परिसर एवं गेहूं क्रय केंद्र के 200 मीटर के दायरे में गेहूं खरीद का कार्य तो नहीं कर रहे। यदि कोई आढ़तिया समर्थन मूल्य से कम गेहूं खरीदता है तो समिति उस आढ़तिया के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराएगी। गल्ला व्यापार संघ के अध्यक्ष अजय गोयल ने बताया कि वह गल्ला मंडी को अनिश्चितकालीन के लिए बंद रखा गया है। मंडी सचिव डॉ. दिलीप कुमार वर्मा ने बताया कि सरकार की मंशा है कि किसान को उसकी उपज का वाजिब मूल्य मिले। अजय रावत, ध्रुव प्रताप सिंह, नवनीत गुप्ता, मिथलेश गुप्ता, राम मोहन रिछारिया, राजकुमार अग्रवाल, हरीश तिवारी, राहुल तिवारी, साकेत पटैरिया, सतीश राठौर, पंचम पटेल आदि व्यापारी मौजूद रहे।