प्रशासन के दबाव में 15 एंबुलेंस रिलीव
जागरण संवाददाता उरई प्रशासन के दबाव की वजह से नौ ब्लाक और पांच तहसीलों पर एक-एक एंबुलेंस को खड़ा कर दिया गया है। फिर भी मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा है। एंबुलेंस कर्मियों ने अर्धनग्न प्रदर्शन किया। जालौन-कालपी मार्ग से हटकर एंबुलेंस कर्मियों का धरना प्रदर्शन जीआईसी के पास संचालित किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, उरई : प्रशासन के दबाव की वजह से नौ ब्लाक और पांच तहसीलों पर एक-एक एंबुलेंस को खड़ा कर दिया गया है। फिर भी मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा है। एंबुलेंस कर्मियों ने अर्धनग्न प्रदर्शन किया।
जालौन-कालपी मार्ग से हटकर एंबुलेंस कर्मियों का धरना प्रदर्शन जीआईसी के पास संचालित किया जा रहा है। जिले के एंबुलेंस कर्मी विभिन्न मांगों को लेकर लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। बुधवार को भी कर्मचारी हड़ताल पर रहे। अपनी मांगों को लेकर अड़े इन कर्मचारियों की पुलिस से काफी नोकझोंक भी हो रही है। पुलिस ने धरना स्थल से उनकी गाड़ियां भी हटवा दी थी। कर्मचारियों ने हुंकार भरते हुए एलान किया कि जब तक हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाता है तब आंदोलन जारी रखेंगे। धरना प्रदर्शन को संबोधित कर रहे बुंदेलखंड अध्यक्ष प्रदीप चौधरी ने कहा कि काफी समय से समस्याओं को शासन स्तर पर अवगत कराने के बाद भी मांगें पूरी नहीं की जा रही हैं। 108 और 102 की 25 गाड़ियों का चक्का जाम अभी है। मांगों को पूरा न किया गया तो हड़ताल जारी रखेगें। जिला अस्पताल के हेल्प डेस्क अंजू वर्मा ने कहा कि प्रशासन हम लोगों पर दबाव बना रहा है। जिससे अब हम लोग प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं। अब 25 हजार कर्मियों की नौकरी संकट में है। एंबुलेंस चालकों की हड़ताल के कारण सारा दिन मरीजों की जान सांसत में रही। इस दौरान रोहित कुमार, धीर सिंह, रोहित शाक्य, मनीष कुमार, आदि मौजूद रहें। बोलीं सीएमओ
एंबुलेंस चालकों की हड़ताल के कारण आम लोगों को परेशानी हुई है। 15 वाहनों को बुधवार को फिर रिलीव की गई है। चालकों से वार्ता की जा रही है। जिससे हड़ताल जल्द समाप्त हो सके।
डा. ऊषा सिंह, सीएमओ जालौन