किसान के बाद महिला की डेंगू से मौत
सरूपा के बाद नगला चांद में भी फैली बीमारी नगला चांद के कई लोग आगरा में भर्ती
संवाद सूत्र, हाथरस : सादाबाद क्षेत्र में बुखार जानलेवा साबित हो रहा है। लोगों में वायरल के बाद डेंगू की शिकायत है। कुरसंडा के गांव नगला चांद की एक महिला का आगरा के निजी अस्पताल में उपचार चल रहा था। दो दिन पूर्व डेंगू से महिला की मौत हो गई।
कुरसंडा क्षेत्र के गांव नगला चांद में भी वायरल का प्रकोप है। यहां कई दिन से बीमार द्रोपदी देवी पत्नी गीतम सिंह की दो दिन पहले आगरा में उपचार के दौरान मौत हो चुकी है। महिला को चिकित्सकों ने डेंगू बताया था। ग्रामीणों के अनुसार आगरा में आकाश वीनेश, विनीत, रंजीत, चंदू, रोहित का इलाज चल रहा है। चिकित्सकों ने इनको भी डेंगू बताया है। इनके अलावा गांव नगला चांद में मुस्कान, शशि, रूपेश, पिटू, मुकेश आदि भी बीमार हैं।
ग्राम पंचायत नौगांव के मजरा नगला सरूपा में जानलेवा बुखार से एक किसान की मौत हो गई। इससे परिवार में कोहराम मचा है। नगला सरूपा निवासी राजकुमार (42) पुत्र पीतांबर सिंह कई दिन से बुखार से पीड़ित थे। मौके पर पहुंचे लेखपाल यासीन खान ने भी जानकारी जुटाई। एसडीएम रामजी मिश्र को अवगत कराया। एसडीएम रामजी मिश्र ने बताया कि लेखपाल ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि गांव में लगभग 40 लोग बुखार और अन्य बीमारियों से पीड़ित हैं। प्रशासन स्तर से पीड़ितों को हरसंभव इलाज मुहैया कराया जा रहा है।
इनका कहना है
सादाबाद में डेंगू से किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई। फॉगिग कराने के लिए बुखार और डेंगू का प्रकोप बताया जा रहा है। दो दिन पूर्व हुई महिला की मौत के बारे में जानकारी की जाएगी कि आखिर किस वजह से उसकी मौत हुई।
-डॉ. ब्रजेश राठौर, सीएमओ, हाथरस।
बुखार, डेंगू से मौत के जिम्मेदारों पर हो कार्रवाई
भारतीय मानवाधिकार एसोसिएशन ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर बुखार से हुई मौतों के जिम्मेदार व लापरवाह कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है। बीमारी की रोकथाम की मांग की है। संगठन के जिला प्रभारी हरिशंकर गिरी एडवोकेट तथा जिला महासचिव तपन जौहर ने ज्ञापन में कहा है कि डेंगू व बुखार से लोगों की जान जा रही है लेकिन स्वास्थ्य विभाग खानापूíत कर रहा है। गांवों की सफाई व्यवस्था कर्मचारियों के अभाव व लापरवाही से अस्त-व्यस्त है। सादाबाद बाइपास के नाले सिल्ट व गंदे पानी से अटे पड़े हैं। ज्ञापन देने वालों में संजीव जैसवाल, दिवाकर शर्मा, रामनिवास पाराशर एडवोकेट, राजू सिंह एडवोकेट, अवैक जैन, कौशल गिरी आदि शामिल थे।