शहर को चमकाएंगे, पानी नहीं बहाएंगे
दैनिक जागरण व नगर पंचायत के सहयोग से हसायन में विचार गोष्ठी में लिया गया संकल्प फिक्रमंद हसायन कस्बे को साफ-सुथरा बनाने के लिए गणमान्य लोगों ने रखे विचार तालाब व पोखरों को संरक्षित करने अवैध कब्जे हटाने पर भी हुई पहल
जागरण टीम, हाथरस : हसायन नगर को साफ सुथरा बनाने, पॉलीथिन से मुक्त कराने और पानी को बचाने के उद्देश्य से शुक्रवार को हसायन में विचार गोष्ठी हुई। दैनिक जागरण और नगर पंचायत के सहयोग से हुए आयोजन में जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और आम लोगों में स्वस्थ संवाद हुआ। एक से बढ़कर एक सुझाव आए। कार्यक्रम में आमजन ने ही नहीं, अधिकारियों ने भी संकल्प लिया कि वातावरण को स्वच्छ बनाने के लिए लगातार प्रयास करेंगे और पॉलीथिन का प्रयोग कतई नहीं करेंगे।
हसायन के दाऊजी मंदिर प्रांगण में आयोजित यह कार्यक्रम तय समय पर दोपहर दो बजे शुरू हुआ। मुख्य अतिथि एसडीएम सिकंदराराऊ विजय शर्मा, चेयरमैन वेदवती माहौर, राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित प्रधानाचार्य रामू प्रसाद शर्मा, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष गिरीशचंद शर्मा आदि ने दीप प्रज्वलित किया। इसके बाद स्वच्छता, पॉलीथिन हटाओ और जल संरक्षण के मुद्दे पर चर्चा शुरू हुई। नगर पंचायत के सभासदों और गणमान्य नागरिकों ने भी विचार रखे। पानी को बचाने के लिए आगाह किया गया। एसडीएम ने कहा, अपने घर, समाज, गांव, शहर को साफ-सुथरा रखना प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है। सभी की भागीदारी के बिना इसे पूरा नहीं किया जा सकता। जल संरक्षण के लिए चेताते हुए कहा कि हसायन से चंद किलोमीटर दूर नगला मया में पानी के हालात से हर कोई वाकिफ है। अगर अभी भी सबक नहीं लिया तो यहां भी बुरे हाल होंगे। उन्होंने अपील की कि तालाब, पोखरों या फिर जलाशयों पर कब्जा हो तो तत्काल सूचित करें। उन्होंने खुद शपथ ली और सभी को संकल्प दिलाया कि अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ बनाएंगे। पानी को बर्बाद नहीं होने देंगे और पालीथिन का प्रयोग कतई नहीं करेंगे। गोष्ठी की अध्यक्षता चेयरमैन वेदवती माहौर व संचालन जगदीश प्रसाद शर्मा ने किया। गोष्ठी में नरेंद्रपाल शर्मा, राजेंद्र प्रसाद, किशन वर्मा, विष्णु वाष्र्णेय, यादराम छोकर, सुभाष चंद्र सविता, रोहिताश माहौर, दीपक उपाध्याय, ओम शरण यादव, अमरपाल सिंह आदि मौजूद रहे।
डस्टबिन में ही डालें कूड़ा :
नगर पंचायत अध्यक्ष वेदवती माहौर ने कहा कि नगर में पॉलीथिन का प्रयोग शासनादेश के मुताबिक पूरी तरह प्रतिबंधित है, इसके प्रयोग से बचें। सभी के घरों पर नगर पंचायत ने डस्टबिन पहुंचवाए हैं। लोग कूड़ा डालने के लिए दोनों तरह के डस्टबिन का प्रयोग करें। रास्ते में कूड़ा करकट एवं गंदगी न डालें। जल की बर्बादी न होने दें।
विद्यार्थियों-शिक्षकों ने जगाया अलख
कार्यक्रम में राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित आरपी शर्मा, नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि चंद्रप्रकाश माहौर, समाजसेवी युधिष्ठिर सिंह राणा, शिक्षक शिवकुमार वाष्र्णेय, नपं लिपिक बाबूराम, मनोज गुप्ता, राम कुमार वाष्र्णेय, सुरेश कुशवाहा सभासद हिमांशु वाष्र्णेय, स्कूली छात्रा योगेश्वरी जादौन, काजल दीक्षित, कुमारी सपना, मोक्ष वाष्र्णेय आदि ने भी स्वच्छता, जल संरक्षण का अलख जगाया।
घर-घर डस्टबिन देने की तारीफ
कार्यक्रम के दौरान लोगों ने नगर पंचायत द्वारा बनवाए गए सुलभ शौचालयों के निर्माण, गली मोहल्लों में बनवाई गईं नालियों, जगह-जगह कूड़ेदान रखे जाने, घरों में सूखे और गीले कूड़े के लिए अलग-अलग डस्टबिन उपलब्ध कराने की पहल की सराहना की।
तालाब का हाल देखने पहुंचे एसडीएम
गोष्ठी में शामिल लोगों ने नगर के ऐतिहासिक तालाब के सुंदरीकरण, अवैध कब्जे हटवाने आदि की मांग की। इस पर गोष्ठी के समापन के बाद एसडीएम तालाब का निरीक्षण करने के लिए गए। यहां लोगों ने एसडीएम से बताया कि तालाब काफी बड़े क्षेत्र में फैला है। इस पर पूर्व में सरयू पार लीला होती थी। वहीं जल संरक्षण के नजरिए से भी बहुत उपयोगी तालाब था, लेकिन पिछले कई वर्षों से यह तालाब अवैध कब्जे का शिकार होकर रह गया है। उप जिलाधिकारी ने राजस्व अभिलेखों की जांच कराकर तालाब को कब्जा मुक्त कराने का आश्वासन दिया।
यह भी लिए गए संकल्प
-कूड़ा डस्टबिन में ही डालेंगे
-खुले में शौच के लिए नहीं जाएंगे
-खुले में शौंच जाने वालों को जागरूक करेंगे
-पानी को बर्बाद नहीं होने देंगे
-सार्वजनिक स्थलों पर गंदगी नहीं फैलाएंगे
-पॉलीथिन का प्रयोग नहीं करेंगे
-थैला लेकर ही बाजार जाएंगे
-खाली प्लॉटों में कूड़ा नहीं डालेंगे
-अन्य जनों को स्वच्छता के लिए प्रेरित करेंगे।