कोई हसीना जब रूठ जाती है तो और भी हसीन..
दाऊजी मेला पंडाल में रविवार देर रात तक चला पंजाबी दरबार कलाकारों ने बिखेरा जलवा मेले की मस्ती भुप्पी और जसलीन मथारू के कार्यक्रम पर जमके थिरके श्रोता श्रोताओं को काबू करने के लिए पुलिस को करनी पड़ी मशक्कत
संवाद सहयोगी, हाथरस : दाऊजी मेला पंडाल में रविवार रात पंजाबी दरबार कार्यक्रम में नृत्य और गायकी का ऐसा तड़का लगा कि दर्शक बेकाबू हो गए। कलाकारों की शानदार प्रस्तुतियों पर पंडाल परिसर में बैठे लोग पंजाबी और फिल्मी गानों पर थिरकने लगे। इससे अव्यवस्था फैल गई। पुलिस प्रशासन को लोगों को नियंत्रित करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
कार्यक्रम का शुभारंभ ब्लॉक प्रमुख अमर सिंह पांडेय, उमाशंकर शर्मा, भाजपा नेता डॉ.अविन शर्मा, सीओ सिटी रामशब्द और एसडीएम सदर नितीश कुमार आदि ने दीप प्रज्वलित कर व फीता काटकर किया। शुभारंभ गणेश वंदना से हुआ। पंजाबी कलाकारों ने गिद्दा डांस पेश किया। सवा दस बजे पंजाबी बॉलीवुड सिगर भुप्पी चावला मंच पर आए। दाऊ बाबा को नमन करते हुए उन्होंने पंडाल में बैठे लोगों में जोस भरा। 'जोगिया खली बली, मेरा पिया घर आया ओ राम जी, कुड़ी के नखरे सोड़ें लगदे, बोलो तारारारा, छोरा गंगा किनारे वाला, एक हसीना जब रूठ जाती है तो और भी हसीन हो जाती है' सहित कई गाने गाए। भुप्पी चावला के बाद मयूरी सिंह ने कई गानों पर डांस कर दर्शकों को रोमांचित कर दिया। सुपर डांस में प्रस्तुति देने वाली आगरा की वर्षा ने काफी अच्छी प्रस्तुति दी। गायिका-अभिनेत्री जसलीन मथारू ने अपने कार्यक्रम 'बेबी डोलम सोने की, मैं नशे में टल्ली हो गया की करिए' आदि गानों पर प्रस्तुति दी। बॉलीवुड सिगर निधि रस्तोगी 'लैला में लैला' गीत के साथ मंच पर आईं। जूनियर हनीसिंह उर्फ सूरज के मंच पर आते ही दर्शकों ने ताली बजाकर स्वागत किया। 'चार बोतल बोदका' आदि गानों की प्रस्तुति दी। पंजाबी गिद्दा ग्रुप डांस, पुलिस का बहरुपिया रोल कार्यक्रम भी हुआ। रात 12:20 बजे एक बार फिर से भुप्पी चावला मंच पर पहुंचे। पंजाबी गाने के साथ प्रस्तुति दी। 'ये देश हे वीर जवानों का' पर पूरा पंडाल झूम उठा। रात एक बजे जसलीन पुन: मंच पर पहुंची और 'मेरे फोटो को सीने से यार, चिपका ले सैंया फेविकोल से' पर डांस प्रस्तुति दी तो पंडाल में बैठे लोग कुर्सियों पर खड़े होकर थिरकने लगे। रात पौने दो बजे आखिरी प्रस्तुति पंजाबी गिद्दा ग्रुप डांस ने दी। समापन पर संयोजक सोनवीर चौधरी ने सभी कलाकारों का सम्मान किया।
भीड़ को संभालने में
पुलिस को छूटे पसीने
पंजाबी दरबार कार्यक्रम को देखने के लिए देर शाम से ही लोगों का मेला पंडाल परिसर में जुटना शुरू हो गया था। पास वालों में भी कुर्सियों पर बैठने के लिए मारामारी रही। पुलिस कर्मियों ने पास देखने के बाद ही अंदर प्रवेश करने दिया। पंजाबी दरबार में हर आयु वर्ग के दर्शक मौजूद थे। महिलाओं की संख्या भी पंजाबी दरबार में ठीकठाक रही। मेला पंडाल में सीढि़यों पर बैठे दर्शक रह-रहकर कलाकारों के गानों व डांस पर मस्ती करते रहे। इतना ही नहीं कई युवक तो पानी की टंकी के अलावा पुलिस टॉवर पर चढ़ गए, जिन्हें पुलिस कर्मियों ने नीचे उतारा। कार्यक्रम के दौरान दर्शकों को नियंत्रित करने में पुलिस कर्मियों को पसीने छूट गए। रात दो बजे के करीब जब कार्यक्रम का समापन हुआ, तब पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने राहत की सांस ली।