सत्संग को निकले थे, आई मौत की सूचना
हादसे का दर्द -सम्भल में हुए सड़क हादसे में मरने वालों में दो हसायन के -ईसाई धर्म के सम्मेलन में नैनीताल जा रहे थे सभी, परिवार में कोहराम
संवाद सूत्र, हाथरस : सम्भल के थाना गुन्नौर में हुए दर्दनाक हादसे में मारे गए लोगों में दो हसायन के गांव नगला पटवारी के थे। गांव में खबर आते ही परिवार में कोहराम मच गया। हसायन पुलिस ने परिजनों को सूचना दी। खबर मिलते ही परिवार के लोग रोते-बिलखते सम्भल के लिए रवाना हो गए।
ग्राम पंचायत नगरिया पट्टी देवरी के मजरा नगला पटवारी के ओमप्रकाश पर तीन बेटे हैं। दूसरे नंबर का बेटा राजेश (35) अपनी मां चंद्रकला (55) व छोटे भाई बबलू की बेटी याशिका (4) के साथ गुरुवार को नैनीताल सत्संग की कहकर घर से निकले थे। ग्रामीणों के अनुसार परिवार ईसाई धर्म में आस्था रखता है तथा नैनीताल में ईसाई धर्म का ही कोई सत्संग था। चंद्रकला की बेटी विजयगढ़ (अलीगढ़) के गांव भिनौली में रहती हैं। गुरुवार को वे अपनी बेटी के यहां पहुंचीं तथा रात वहीं गुजारी। शुक्रवार तड़के ये लोग बोलेरो से सत्संग के लिए निकले। गाड़ी में बेटी के परिवार के लोगों के अलावा कासगंज के रिश्तेदार व अन्य लोग थे। अकसर ये लोग सत्संग में शामिल होने जाते रहते थे। तड़के सम्भल के थाना गुन्नौर में कोहरे के कारण बोलेरो व रोडवेज बस में भिड़ंत हो गई। हादसे में आठ लोगों की मौत हुई है, जिनमें राजेश व उनकी मां चंद्रकला की मौत हो गई जबकि भतीजी याशिका गंभीर रूप से घायल है। नाम-पता आदि की जानकारी कर वहां की पुलिस ने हसायन पुलिस से संपर्क किया तथा हसायन पुलिस ने गांव पहुंचकर घटना की जानकारी दी। भाई बबलू व गांव के अन्य लोग सम्भल के लिए रवाना हो गए थे।
नगला पटवारी में राजेश के घर में मातम छा गया। दिनभर चीख-पुकार मची रही। दुर्घटना की जानकारी होते ही गांव के लोग उनके घर एकत्रित होने लगे तथा परिवार में ढाढ़स बंधाया। हादसे के शिकार हुए राजेश की शादी पांच साल पहले हसायन के ही गांव नवीपुर में हुई थी। उनपर एक बेटी व एक बेटा है। बोलेरो में जगह न होने तथा घर में कोई न होने के कारण राजेश पत्नी व बच्चों को नहीं ले गए थे। शुक्रवार की देर रात तक शव गांव नहीं पहुंच सके थे।