अंगूठा हारा, अब 'आधार' का सहारा
बायोमीट्रिक पहचान से अंगूठा मैच न होने के चलते 96 हजार लोगों को नहीं मिला राशन निर्णय - अब आधार कार्ड के जरिए वंचित लोगों को राशन देने की है तैयारी - सर्वर में खराबी भी है कारण, कई जगह बन चुकी है हंगामे की स्थिति
संवाद सहयोगी, हाथरस : जिले के 96 हजार लोग राशन लेने से वंचित रह गए हैं, क्योंकि उनके अंगूठे की निशानी मशीन में दर्ज बायोमीट्रिक पहचान से मैच नहीं हो पाई। सर्वर में खराबी भी इसकी एक वजह है। ऐसे में सरकार ने अब कार्ड धारकों को आधार कार्ड से राशन देने के फैसला किया है। सभी डीलरों को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं।
दरअसल, राशन का वितरण अब बायोमीट्रिक पहचान से होता है। पात्र कार्डधारकों को मशीन पर अपना अंगूठा लगाना होता है, जिसके मैच होने पर राशन का वितरण किया जाता है। जिले में करीब तीन लाख कार्डधारक हैं। शहरी से अलग ग्रामीण इलाकों में 2.45 लाख कार्ड धारक हैं। बीते महीने सर्वर में खराबी के कारण कार्ड धारकों को परेशानी झेलनी पड़ी और 96 हजार कार्ड धारकों की अंगूठा निशानी मैच नहीं हो पाई। इसके बाद डीलरों ने उन्हें राशन देने से इंकार कर दिया। इसे लेकर कई जगह हंगामे की स्थिति भी हुई।
जिला पूर्ति अधिकारी सुरेंद्र कुमार यादव के मुताबिक वृद्ध लोगों के अंगूठों के निशान अक्सर मशीन से मैच नहीं खाते। वहीं सर्वर में खराबी के कारण भी लोगों की अंगूठा निशानी मिस-मैच हो रही थी। जिन लोगों का तीन बार अंगूठा मिसमैच हुआ, उन्हें आई स्कैन के आधार पर राशन देने की कोशिश की गई। शहरी क्षेत्रों में सभी कार्डधारकों को राशन बांटा गया है। ग्रामीण इलाकों में 61 प्रतिशत लोगों को राशन का वितरण हुआ है। 39 फीसदी कार्डधारकों को राशन नहीं मिल सका है। बड़ी संख्या में राशन से वंचित हुए लोगों को राहत देने के लिए सरकार ने फिलहाल सभी को आधार कार्ड के जरिए राशन देने का फैसला किया है। सर्वर ठीक होने पर सभी को मशीन पर अंगूठा लगाने के बाद ही राशन मिलेगा।
सिकंदराराऊ में आधे लोगों तक ही पहुंचा राशन
अंगूठा निशानी मैच न होने से इस माह सिकंदराराऊ ब्लॉक में 50 फीसद लोगों को ही राशन का वितरण हो सका। वहीं सादाबाद, सासनी में 60 प्रतिशत, हाथरस और मुरसान ब्लॉक में 65 फीसद लोगों को राशन बांटा गया। सहपऊ सबसे बेहतर रहा। यहां 70 फीसद लोगों को राशन का वितरण किया गया। राशन उठान की बढ़ेगी तारीख!
सर्वर में खराबी के कारण बड़ी संख्या में लोगों तक राशन नहीं पहुंचा। इससे परेशान डीलरों ने राशन का उठान नहीं किया। तय तारीख तक राशन न लेने से जिला पूर्ति कार्यालय की परेशानी बढ़ गई हैं। सरकार से अब उठान की तिथि बढ़ाने की गुहार लगाई जा रही है, ताकि डीलरों को शेष राशन बांटा जा सके।