स्कूटी सवार तीन छात्राओं को बस ने कुचला, दो की मौत
जिस छात्रा का बर्थ-डे मनाने सादाबाद से गई थीं हाथरस वह भी हादसे में चल बसी तीसरी गंभीर दर्दनाक आगरा-अलीगढ़ हाइवे पर बिसाना गांव में हादसा मचा कोहराम दो स्कूटी पर पांच छात्राएं गईं थी हाथरस बिना हेलमेट थी छात्राएं
संवाद सूत्र, हाथरस : आगरा-अलीगढ़ हाईवे पर चंदपा कोतवाली क्षेत्र के बिसाना के पास रोडवेज बस ने स्कूटी सवार तीन छात्राओं को रौंद दिया। इनमें से दो की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीसरी छात्रा को गंभीर हालत में आगरा रेफर किया गया है। सभी छात्राएं हादसे की शिकार एक छात्रा का बर्थ-डे सेलीब्रेट करने हाथरस गई थीं। वापसी में हुआ हादसा। पुलिस ने बस को कब्जे में ले लिया है।
सादाबाद के गली पंडितान निवासी मीनू गोस्वामी (16) पुत्री ललित गोस्वामी का शुक्रवार को जन्मदिन था। उसने अपने जन्मदिन की पार्टी हाथरस के किसी रेस्टोरेंट में मित्रों को दी थी। इसमें मणि वाष्र्णेय (16) पुत्री प्रभात रंजन वाष्र्णेय निवासी गली पंडितान सादाबाद, सौम्या कुलश्रेष्ठ (16) पुत्री मूलचंद कुलश्रेष्ठ निवासी आनंदनगर, राधिका, श्रुति, सोनम कुल 6 छात्राएं शामिल हुई थीं। सभी ने इस वर्ष 12वीं की परीक्षा दी है। इन्होंने महाराजा अग्रसेन गर्ल्स इंटर कॉलेज में पढ़ाई की है। शुक्रवार की दोपहर बाद करीब तीन बजे सभी छात्राएं दो स्कूटी पर सवार होकर सादाबाद लौट रही थीं। जैसे ही उनकी स्कूटी थाना चंदपा क्षेत्र के गांव बिसाना के स्पीड ब्रेकर के निकट पहुंची, तभी सामने से ट्रक को ओवरटेक करते हुए आई रोडवेज बस ने एक स्कूटी को चपेट में ले लिया, जिसपर सवार मीनू गोस्वामी तथा मणि वाष्र्णेय की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि सौम्या कुलश्रेष्ठ को गंभीर हालत में सादाबाद सीएचसी लाया गया। छात्राओं की पहचान होने पर परिजनों को जानकारी दी गई। मौके पर पहुंचे परिजन अपनी बच्चियों की हालत को देखकर चीत्कार करने लगे। थाना चंदपा पुलिस सीएचसी पहुंची। दोनों छात्राओं के शव को पोस्टमार्टम के लिए हाथरस के जिला अस्पताल भेजा। गंभीर रूप से घायल सौम्या को आगरा के लिए रेफर किया गया। वर्जन-
बिसाना के पास हुए हादसे में तीसरी छात्रा की हालत नाजुक है। रोडवेज बस को कब्जे में ले लिया है। चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
-बीपी गिरि, एसएचओ चंदपा
मातम में बदलीं बर्ड-डे की खुशियां
ब्लर्ब-
दो सहेलियों की मौत से अन्य का रो-रोकर बुरा हाल, बिना बताए गईं थीं हाथरस, नहीं पहना था हेलमेट संसू, सादाबाद : बिसाना में हुए हादसे में दो छात्राओं की मौत से उनके मोहल्ले में अफरा-तफरी मच गई। मीनू के जन्मदिन की खुशियां मातम में बदल गईं। हादसे में बाल-बाल बचीं अन्य सहेलियों का रो-रोकर बुरा हाल था।
दवा व्यवसायी प्रभात रंजन वाष्र्णेय के एक पुत्र और दो पुत्रियों में से मणि वाष्र्णेय तीसरे नंबर की थी। मणि अपनी प्रत्येक कक्षा में अव्वल आती रही है। उसने इंटरमीडिएट की परीक्षा दी थी। दूसरी मृत छात्रा मीनू गोस्वामी के पिता ललित गोस्वामी ऑटो पार्ट्स का काम करते हैं। वह दिल्ली से ऑटो पार्ट्स लाकर यहां के दुकानदारों को सप्लाई करते हैं। उनके चार बच्चे हैं। जिसमें एक पुत्र तथा तीन पुत्रियां हैं। मीनू भी अपने परिवार में चौथे नंबर की थी। मीनू ने भी 12वीं की परीक्षा दी है। गंभीर रूप से घायल सौम्या कुलश्रेष्ठ के पिता किसान हैं। सभी छात्राएं अपने घर पर मीनू के जन्मदिन की पार्टी की कहकर निकली थीं लेकिन किसी ने यह नहीं बताया था कि वह हाथरस जा रही हैं। दोपहर को जब हादसे की खबर परिवारीजनों तक पहुंची तो उनके पैरों तले से जमीन खिसक गई। हाथरस के किसी रेस्टोरेंट में जन्मदिन मनाने के बाद मीनू, मणि तथा सौम्या एक स्कूटी पर सवार थीं। दूसरी स्कूटी पर राधिका, श्रुति, सोनम सवार थीं। तीनों ने बताया कि बिसाना में ब्रेकर पर सामने से आ रही बस ने मीनू वाली स्कूटी को रौंद दिया जबकि उनकी स्कूटी में 100 मीटर का फासला होने के कारण वह बाल-बाल बच गईं।
किसी ने भी हेलमेट नहीं पहना था। अगर हेलमेट होता तो भी उनकी जान बच सकती थी। गहरी दोस्ती की चर्चाएं
जन्मदिन में शामिल हुई इन छह छात्राओं में गहरी दोस्ती थी। पढ़ाई से लेकर सांस्कृतिक कार्यक्रमों तक में सक्रिय भागीदारी रहती थी। मीनू तथा मणि प्रत्येक कक्षा में अव्वल आती थीं। इसके कारण अध्यापकों की चहेती थीं। बिलखती रहीं तीनों छात्राएं
बाल-बाल बचीं तीनों छात्राओं ने बिलखते हुए बताया कि रोडवेज बस तेज गति में थी, जबकि वे धीरे-धीरे आ रही थीं। जिस समय दुर्घटना हुई वे भी हड़बड़ा गई और उनको नहीं पता कि उनकी मित्र के साथ क्या हुआ। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचने के बाद ही अपने मित्रों की हालत की जानकारी उन्हें हो सकी। बस से कूदकर भागा चालक
संसू, चंदपा : हादसे के बाद रोडवेज बस चालक हड़बड़ा गया। रोडवेज में सवार अन्य यात्रियों की मानें तो चालक बस को धीमा कर चलती बस से कूदकर भाग गया। तब पूरी तरह नहीं रुकी थी। बस गियर में होने के कारण थोड़ी दूर चलकर रुक गई। इससे भी हादसा हो सकता था। हादसे के बाद काफी देर तक यातायात बाधित रहा।