गर्मी के साथ बढ़ा बीमारियों का खतरा
शहर में कई जगह खुले में बिक रहे हैं फल व जूस मछरों के कारण संक्रामक रोग फैलने का है डर
संवाद सहयोगी, हाथरस : मौसम के बदलने के साथ ही अब बाजारों में गर्मी से निपटने के लिए जूस और फलों का बाजार सज गया है। मगर, इसके सेवन से लोगों की तबीयत बिगड़ रही है। जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। बाजारों में बिक रही बीमारी :
गर्मी की तपन से बचने के लिए बाजारों में आइसक्रीम, गन्ना, बेल के जूस के अलावा पुदीना का जलजीरा बिक रहा है, लेकिन यह सब पदार्थ लोगों की सेहत खराब कर रहे है। बाजारों में ढकेलों पर खुले में कटे फलों को बेचा जा रहा है। मक्खी और मच्छर इन फलों पर बैठे रहते हैं। बढ़ रही मरीजों की संख्या :
गर्मी बढ़ने के साथ उल्टी-दस्त का संक्रमण शुरू हो गया है। जिला अस्पताल में प्रतिदिन एक हजार से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं। चिकित्सकों की ड्यूटी चुनाव में लग जाने के कारण निजी चिकित्सालयों में भी मरीजों की भीड़ पहुंच रही है। एफडीए की छापेमारी नहीं :
सड़े गले फल के अलावा मिलावट वाली आइसक्रीम बेची जा रही है। गन्ने का जूस लोगों की सेहत बिगाड़ सकता है। एफडीए के द्वारा छापेमारी करके खराब क्वालिटी के कटे, सड़े गले हुए फलों को छापेमारी करके फिंकवाना चाहिए, मगर इसपर कतई ध्यान नहीं दिया जा रहा। इनकी सुनो -
गर्मी के मौसम में ज्यादा आइली खाने से परहेज करना चाहिए, साथ ही हल्का भोजन कई बार में करना चाहिए। हरी सब्जियों का प्रयोग अधिक से अधिक करना चाहिए। घर से बाहर निकलते समय अधिक से अधिक पानी का सेवन करके ही निकलें।
-डॉ. ब्रजेश राठौर, सीएमओ, हाथरस
देहात क्षेत्रों के लिए आई डीडीटी
गांवों में डीडीटी का छिड़काव कराने के लिए दवाई उपलब्ध कराई जा चुकी है। गांवों में ऐसे हाईरिस्क एरिया चिह्नित किए जा रहे हैं, जहां पूर्व में मलेरिया का प्रकोप रहा हो। वहां दवाई का छिड़काव कराया जाएगा। ऐसे करें सेहत का बचाव
-रसीले फलों का अधिकतर करना चाहिए सेवन।
-लंच में हल्के भोजन का करें इस्तेमाल।
-कूलर का पानी नियमित अंतराल पर बदलें।
-हल्के रंग के कपड़ों को ही पहनना चाहिए।
-घर से निकलते समय अधिक से अधिक पानी पीकर निकलें।
-हरी पत्तेदार सब्जियों का करना चाहिए प्रयोग।
-तले और भुने हुए व्यंजन से करें परहेज।