पत्नी व बच्चों के सामने ट्रेन से कटा लुधियाना का युवक
-हाथरस जंक्शन स्टेशन पर विक्रमशिला एक्सप्रेस की चपेट में आया -शार्टकट के चक्कर में लाइन पारकर दूसरे प्लेटफार्म पर जा रहा था
जासं, हाथरस : हाथरस जंक्शन रेलवे स्टेशन पर लापरवाही और शार्टकट के चक्कर में लुधियाना का युवक जान से हाथ धो बैठा। फुट ओवरब्रिज से जाने की बजाय लाइन पार कर दूसरे प्लेटफार्म पर जाने की कोशिश में वह पत्नी व बच्चों के सामने ही विक्रमशिला एक्सप्रेस की चपेट में आ गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद पत्नी व बच्चे बदहवास हो गए। स्टेशन पर मौजूद यात्रियों ने उन्हें संभाला। परिवार यहां रिश्तेदारी में आया था।
लुधियाना (पंजाब) के थाना आनंद नगर स्थित हेमपाल नगर के रहने वाले मोनू कुमार (38) पुत्र चंद्र सिंह पत्नी, बेटा व बेटी के साथ टूंडला जाने के लिए शनिवार रात मुरी एक्सप्रेस में बैठे थे। टूंडला में मोनू की ससुराल है। यहां शादी समारोह में हिस्सा लेना था। हाथरस जंक्शन के कस्बा मेंडू में मोनू के साढ़ू रहते हैं। रविवार की सुबह टूंडला उतरने की बजाय साढ़ू से मिलने व उनके साथ ही टूंडला जाने के लिए मोनू सपरिवार हाथरस जंक्शन पर ही उतर गए। 40 मिनट की देरी से ट्रेन रविवार सुबह लगभग 8.15 बजे हाथरस जंक्शन के प्लेट फार्म नंबर एक पर पहुंची थी। मोनू ने प्लेटफार्म की बजाय दूसरी ओर उतरने का निर्णय लिया, ताकि जल्द ही प्लेटफार्म नंबर दो पर पहुंच जाते। मोनू पहले ट्रेन से उतरे और बैग लेकर जल्दी से प्लेटफार्म नंबर दो पर रखने पहुंच गए। इसी बीच कानपुर की ओर से दिल्ली जा रही विक्रमशिला एक्सप्रेस पहुंच गई। मोनू दो ट्रेनों के बीच फंस गए। तेज रफ्तार विक्रमशिला युवक को अपनी चपेट में लेकर दूर तक ले गई। यह सबकुछ पत्नी के सामने हुआ। उनकी जोरदार चीख निकली और वे गश खाकर ट्रेन में ही गिर गईं। बच्चे भी बदहवास हो गए। जीआरपी ने किसी तरह पत्नी व बच्चों को प्लेटफार्म नंबर एक पर उतारा। कुछ देर बाद मेंडू व टूंडला से रिश्तेदार भी स्टेशन पर पहुंच गए। जीआरपी ने औपचारिकताएं पूर्ण कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।