खंभे की जगह यहां टीनशेड व पेड़ से बंधी है बंच केबल
बिसावर (सादाबाद) गांव में जर्जर बंच केबल नहीं बदले जाने का खामियाजा यहां के उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है।
संसू, हाथरस : बिसावर (सादाबाद) गांव में जर्जर बंच केबल नहीं बदले जाने का खामियाजा यहां के उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। बिजली कर्मचारियों ने पेड़ व टीन शेड के सहारे जुगाड़ से विभाग के खंभे बचाने का काम किया है। इससे हर समय हादसे का डर बना रहता है।
ये हैं हालत : रोजाना बंच केबल टूटने से विद्युत आपूर्ति ठप होती है। बंच केबल पूरी तरह से जर्जर अवस्था में पहुंच गई है। कई विद्युत खंभों पर एक ही स्थान पर कई जोड़ विद्युत कर्मियों ने लगा दिए हैं, जिसके कारण होने वाली स्पार्किंग से हादसे की संभावना बनी रहती है। इसका खामियाजा यहां के उपभोक्ताओं को भुगतने को मजबूर होना पड़ता है, क्योंकि चांदी के कारखानों में मशीनें बिजली से चलती हैं। यदि घंटों विद्युत आपूर्ति ठप हो जाए तो कारखाने बंद हो जाते हैं। बंच केबल कई व्यक्तियों के घर के दरवाजे के ऊपर से गुजर रही है। जब फाल्ट होता है केबल में आग लगती है। हादसे के डर से लोग अपना घर छोड़कर बाहर निकल जाते हैं। जर्जर बंच केबल में आग मुख्य मार्ग से जाने वाले राहगीरों के लिए खतरा बन सकती है। बिसावर के मुख्य मार्ग से लेकर कई जगह कहीं सूखे पेड़ों से तो कहीं टीन शेड विद्युत लाइन बंधी हुई है। एक केबल पर बीस से तीस जगहों पर जोड़ लगे हुए है। आदेश पर नहीं बदली केबल : सादाबाद क्षेत्र में सभी स्थानों पर जर्जर केबल बदलने के आदेश जारी हो चुके हैं। उपकेंद्र बिसावर स्तर से बंच केबल बदलवाने के लिए कई बार भेजा गया है, लेकिन अभी तक विभाग ने सुध नहीं ली। लगता है विभाग किसी बड़े हादसे के इंतजार में है।
जेई पुष्पेंद्र सिंह विमल के अनुसार स्टोर में बंच केबल नहीं है। पैंठ बाजार व पथवारी मोहल्ला में सूखे पेड़ व टीन शेड से बंधी केबलों की जानकारी नहीं है, अगर कहीं ऐसा है तो जल्द ही विद्युत पोल लगाए जाएंगे।