बेटे की आत्महत्या से टूटा पिता, तहरीर नहीं दे सका
हाथरस : गांव नगला खरग में पंकज की खुदकशी के बाद से परिवार सदमे में है। दिव्यांग पिता रा
हाथरस : गांव नगला खरग में पंकज की खुदकशी के बाद से परिवार सदमे में है। दिव्यांग पिता राम ¨सह व परिवार का वही सहारा था। उन्हें नहीं पता था कि यह मोबाइल उनके बेटे की जान का दुश्मन बन जाएगा। शव से परिजन लिपट कर रो रहे थे। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। दिव्यांग होने के कारण राम¨सह ज्यादा कुछ नहीं कर पाते। पंकज ही घर चला रहा था। उसी से पूरे परिवार को उम्मीद थी। राम ¨सह बेटियों की शादी कर चुके हैं। पंकज घर चलाने के साथ-साथ छोटे भाइयों को पढ़ा भी रहा था। घटना से आस-पड़ोसी भी दुखी हैं। इतना सब होने पर भी राम ¨सह ने घटना के संबंध में लिखित शिकायत नहीं की। उन्होंने सिर्फ सूचना बतौर पुलिस को लिखकर दिया, जिससे पोस्टमार्टम हो सके। संभव है कि मामला गांव का होने के कारण वे दबाव में हों। इधर, पुलिस मामला केवल मोबाइल का नहीं मान रही है। पुलिस की मानें तो यदि पंकज इतने दबाव में था तो वह मोबाइल वापस भी कर सकता था। आत्महत्या के पीछे कोई ओर भी वजह हो सकती है, जिसकी छानबीन की जा रही है।