बूलगढ़ी : मृतका के स्वजन ने एक महीने बाद भी नहीं खोला राहुल का लिफाफा
बैंक जाने के लिए समय न निकाल पाने की बात कह रहे पीड़ित अभी तक किसी के सामने नहीं आया चेक जिससे तरह-तरह की चर्चाएं।
जासं, हाथरस : कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी व महासचिव प्रियंका वाड्रा के आर्थिक मदद वाले लिफाफे को बूलगढ़ी कांड के पीड़ितों ने अभी तक खोला ही नहीं है। यह चेक 10 लाख रुपये का बताया गया था। एक महीने बाद भी लिफाफा न खोले जाने का बहाना अब हजम नहीं हो रहा है। पीड़ित बैंक जाने के लिए समय न मिलने की बात बता रहे हैं, जबकि इसको लेकर तरह-तरह की चर्चाएं होने लगी हैं।
बूलगढ़ी में 14 सितंबर को युवती पर हमला हुआ था, जिसकी 29 अक्टूबर को मौत हो गई थी। इसको लेकर देशभर में मचे बवाल के बीच तीन अक्टूबर को राहुल गांधी व प्रियंका वाड्रा हाथऱस आए और बूलगढ़ी पहुंचकर मृतका के स्वजन से मिले। बंद कमरे में करीब एक घंटे बात की। कांग्रेस नेताओं ने तब राहुल की ओर से आर्थिक मदद के तौर पर दस लाख रुपये का चेक दिए जाने का दावा किया था, मगर यह चेक अभी भी बंद लिफाफे में बताया जा रहा है, जबकि एक महीने से ज्यादा वक्त गुजर गया।
छह अक्टूबर को रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास आठवले मृतका के स्वजन से मिलने गांव आए थे। उन्होंने भी पार्टी फंड से पांच लाख रुपये देने की घोषणा की थी। वे मृतका के पिता का खाता नंबर और आइएफएस कोड भी ले गए थे। उनकी ओर से कोई राशि खाते में आई या नहीं, इसकी जानकारी भी मृतका के पिता को नहीं है। उन्होंने बताया कि खाते में कितने रुपये हैं, यह पता नहीं किया है। यह भी बताया कि राहुल गांधी की ओर से दिए गए लिफाफे को अभी खोला नहीं है। खेतीबाड़ी के काम की वजह से बैंक जाने का समय नहीं मिल पाया है। उन पर पांच बीघा खेत है, जिसमें बाजरे की फसल कट चुकी है। दो-चार दिन बाद बैंक जाने की बात कही है।
सीबीआइ ने की थाने में पूछताछ,
दो अन्य लोगों को भी बुलाया
जासं, हाथरस : बूलगढ़ी प्रकरण में सीबीआइ ने गुरुवार को अपनी जांच आगे बढ़ाते हुए थाना चंदपा में पुलिस कर्मियों से पूछताछ की और रिकॉर्ड के बारे में जानकारी ली। इसके अलावा क्षेत्र के दो युवकों से भी अस्थायी कार्यालय पर बुलाकर जानकारी की। सीबीआइ टीम ने दिन में अपने अलीगढ़ रोड स्थित अस्थायी कार्यालय पर क्षेत्र के दो युवकों को बुलाया। इसके बाद शाम को टीम के सदस्य थाना चंदपा भी पहुंचे। टीम के सदस्यों ने बुधवार को भी कुछ लोगों से पूछताछ की थी। सीबीआइ को हाईकोर्ट में 25 नवंबर को स्टेटस रिपोर्ट देनी है, इस वजह से सीबीआइ ने अपनी जांच में तेजी ला दी है।