आचार संहिता हटते ही योजनाएं पकड़ेंगी रफ्तार
-विद्युतीकरण के साथ गांवों में बिछनी है बंच केबिल -अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों में होनी है शिक्षकों की तैनाती
संवाद सहयोगी, हाथरस : लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आचार संहिता लगे होने के कारण विकास कार्यों का पहिया रुका हुआ था। गुरुवार को मतगणना हो जाने के बाद हाथरस सुरक्षित लोकसभा सीट पर भाजपा के प्रत्याशी को जीत हासिल हुई। अब जल्द ही आचार संहिता हटने के बाद नए कार्य तेजी के साथ शुरू होंगे।
जिले के तमाम गांवों में आज भी एलटी लाइन पड़ी हुई है। कई गांवों में लाइनों के जर्जर होने के कारण आए दिन हादसे होते रहते हैं। लोगों को बिजली संकट का सामना भी करना पड़ता है। नंगे तार होने से आसानी से बिजली चोरी हो जाती है, जिससे विभाग को हर माह लाखों रुपये का नुकसान होता था। गांवों में बंच केबिल डलवाने के लिए प्रस्ताव पास हो गया था, लेकिन आचार संहिता लग जाने के कारण गांवों में बंच केबिल डालने का कार्य शुरू नहीं हो पाया। प्राइवेट कंपनी एलएनटी ने ऐसे गांवों का सर्वे करा लिया है। इन गांवों में करीब सात सौ किलोमीटर बंच केबल डाली जाएगी। प्रथम चरण पूरा हो जाने के बाद एक हजार से कम आबादी वाले गांवों को चिह्नित करके वहां केबल डाली जाएगी। करीब 12 करोड़ रुपये की लागत से यह व्यवस्था गांवों में होनी है। अब आचार संहिता खत्म होने के बाद बंच केबिल डालने का कार्य शुरू होगा। इसके अलावा बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों को अंग्रेजी माध्यम के लिए चयन किया गया है। 89 विद्यालयों में शिक्षकों की तैनाती के लिए अभी तक आचार संहिता लगी होने के कारण कार्य नहीं हो पा रहा था। अब जल्द ही बीएसए हरीशचंद्र शिक्षकों से आवेदन पत्र मांगेंगे। जून के अंत तक चयन प्रक्रिया पूरी करानी होगी। कन्याओं को सुमंगला योजना का लाभ भी दिया जाना है।
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