इंदौर की तरह स्वच्छ व हरा-भरा दिखेगा शहर
सब हेड कंसलटेट कंपनी की टीम ने जलेसर रोड व अन्य स्थानों का निरीक्षण कर हालात जाने तैयारी कूड़े से खाद बनाएंगे गंदे पानी के लिए लगाएंगे सीवेज ट्रीटमेट प्लांट शासन से परियोजना स्वीकृत व बजट मिलते ही शुरू हो जाएगा कार्य
संवाद सहयोगी, हाथरस : आने वाले समय में शहर में जगह-जगह कूड़े के ढेर दिखाई नहीं देंगे। हमारा शहर स्वच्छ के साथ हरा-भरा दिखने लगेगा। इसके लिए इंदौर शहर में अपनाई गई तकनीकी का सहारा लिया जा रहा है। स्वच्छता में यह शहर देश में प्रथम स्थान पर रहा है। वहां की कंसलटेट कंपनी की टीम ने सोमवार को शहर की भौगोलिक स्थिति का निरीक्षण किया। यहां भी सीवेज व कूड़ा ट्रीटमेट प्लांट लगाने की तैयारी है। इससे खाद भी बनाया जाएगा।
नगर पालिका परिषद में आयोजित कार्यशाला के दौरान पालिका अध्यक्ष आशीष शर्मा ने कहा कि वहां के आधार पर जलेसर रोड स्थित डंपिग ग्राउंड में कूड़े का निस्तारण कराया जाएगा। इंदौर में कार्यरत कंपनी की कंसलटेंट मुस्कान गोयल पालिका के अनुरोध पर यहां आई है। टीम का कहना है कि शहर की स्थिति का निरीक्षण कर जरूरी आंकड़े एकत्रित कर लिए हैं। शीघ्र ही वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट व कूड़े के निस्तारण के लिए एक रिपोर्ट तैयार कर पालिका को उपलब्ध करा देगी। परियोजना रिपोर्ट बनाकर स्वीकृति के लिए पालिका की ओर से शासन को भेजा जाएगा। स्वीकृत होने व बजट मिलने पर काम शुरू कराया जाएगा। इस कार्यशाला में अधिशासी अधिकारी डॉ. विवेकानंद, सासनी व मुरसान के अधिशासी अधिकारी स्वदेश आर्य, हसायन के ईओ सत्यपाल सिंह, डीपीएम मनीषराज अग्रवाल, रामबहादुर, अनिल कुमार व जेई डंबर सिंह आदि मौजूद थे।
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डंपिग ग्राउंड का निरीक्षण
इंदौर से आई कंसलटेट टीम ने मुस्कान गोयल के नेतृत्व में पालिका की टीम के साथ सोमवार को जलेसर रोड स्थित पालिका के डंपिग ग्राउंड व गंदे नाले का निरीक्षण किया।
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कूड़े से बनेगी खाद, रीसाइकिल के लिए बेचेंगे प्लास्टिक
कंपनी की संचालक कल्पना गोयल का कहना है कि कूड़ा प्रबंधन प्लांट सीवेज फार्म पर लगाया जाएगा। इसमें गीले कूड़े से खाद बनाई जाएगी। वहीं सूखा कूड़ा को निस्तारित कर उससे प्राप्त उत्पाद को सीमेंट फैक्टरी व बचे प्लास्टिक आदि के कचरे को रीसाइक्लिग कंपनी को बेच दिया जाएगा। साथ ही सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के माध्यम से शहर से निकलने वाले गंदे पानी का ट्रीटमेट किया जाएगा। साथ जलेसर रोड स्थित गंदे पानी को भी ट्रीट कर उसे कृषि आदि कार्य के लिए उपयोगी बनाया जाएगा। उन्होंने सिटी स्टेशन, रोडवेज बस स्टेंड आदि का भी निरीक्षण किया है।