शहर ने फिर ओढ़ी धुएं की चादर
मौसम बेईमान प्रदूषण के चलते ही हो रही है सांस व आंखों को तकलीफ
संवाद सहयोगी, हाथरस : शहर के वातावरण ने बुधवार को धुएं की चादर फिर से ओढ़ ली। लोगों को घरों से निकलने में मुंह पर मास्क लगाना पड़ रहा है। मौसम में ठंडक बढ़ने से भी लोगों को इस प्रदूषण से राहत नहीं मिल रही है।
धुंध से कुछ राहत मिली ही थी तो अब कोहरे में घुले प्रदूषण ने जाल फैला दिया। बाहर खुले में आते ही आंखों में जलन होने लगती है। इसके साथ ही सांस लेने में भी परेशानी हो रही है। इससे सबसे अधिक परेशानी पहले से बीमार लोगों को अधिक हो रही हैं। सांस लेने के दौरान कभी-कभी तो हृदय की धड़कन भी तेज प्रतीत होती है। नाक व आंख के रास्ते यह प्रदूषण सीधा शरीर में प्रवेश करते हुए ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित कर रहा है। यह समस्या दिन ढलने के बाद भी पीछा नहीं छोड़ रही है। सुबह घर से निकलते ही लोग सावधानी बरतते हुए मुंह व नाक को ढकने के लिए मास्क व कपड़े का इस्तेमाल कर रहे हैं। आंखों को ढकने के लिए लोगों ने चश्मा भी पहनना शुरू कर दिया है। वहीं युवतियों व महिलाओं ने इससे बचने के लिए मुंह पर ढाटा बांधना शुरू कर दिया है। इनका कहना है
प्रदूषण के चलते ही लोगों को सांस लेने में दिक्कतें आ रही हैं। आंखों में जलन की समस्या भी इसी के चलते पैदा हो रही है। समस्या रूपी बीमारी से बचने के लिए मुंह व आंखों पर मास्क व चश्मा लगाना ही बेहतर है।
डॉ. महावीर सिंह, वरिष्ठ परामर्शदाता जिला अस्पताल
सासनी में खुलेआम
आदेश हो रहे धुआं
सासनी कस्बे के गली मुहल्लों से लेकर सड़कों तक पर खुलेआम कूढ़ा-करकट जलाया जा रहा है। इससे होने वाला धुआं वातावरण को प्रदूषित कर रहा है। कूड़े के ढेर कस्बे में गांधी चौक, अयोध्या चौक, बस स्टैंड, आगरा-अलीगढ़ रोड़ पर सुलगते हुए देखे जा सकते हैं। इससे खुलेआम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना भी हो रही है। इस ओर न तो नगर पंचायत का ध्यान है और न ही स्थानीय प्रशासन का। इससे खुले में कूड़ा जलाने वालों के हौसले बढ़ते जा रहे हैं।