रायक के जंगल में उत्तर पुस्तिका लिखते सॉल्वर दबोचा
शिकंजा - एसओजी और मुरसान पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर दबोचा सॉल्वर - पुलिस ने लिखी व खाली कुल 60 उत्तर पुस्तिकाओं को किया बरामद
संवाद सहयोगी,हाथरस: नकल के लिए बदनाम परीक्षा केंद्रों पर उत्तर पुस्तिकाओं के लगाने का खेल बदस्तूर जारी है। शनिवार को एसओजी व मुरसान पुलिस ने रायक के जंगल से एक सॉल्वर को दबोच लिया। जिसके पास से लिखी और बिना लिखी हुई उत्तर पुस्तिका बरामद की। विभिन्न धाराओं में कोतवाली मुरसान में मुकदमा दर्ज किया गया है।
एसओजी व मुरसान पुलिस ने पिछले दिनों चौधरी चरण सिंह इंटर कॉलेज बंका के निकट से पांच सॉल्वरों को उत्तर पुस्तिकाओं के साथ दबोचा था। एसओजी को महत्वपूर्ण सुराग मिले थे। शनिवार को मुखबिर की सूचना पर एसओजी व मुरसान पुलिस ने रायक के जंगल में छापा मारा। वहां से पुलिस ने गांव के ही ओमवीर सिंह पुत्र स्वर्गीय इंस्पेक्टर सिंह को दबोच लिया। पुलिस ने उसके पास से हाईस्कूल विज्ञान की सात लिखी हुई और 29 बगैर लिखी हुई हाईस्कूल की उत्तर पुस्तिकाएं बरामद कीं। इंटरमीडिएट की 24 बगैर लिखी हुई उत्तर पुस्तिकाएं बरामद की। हाईस्कूल के विज्ञान प्रश्न पत्र की छायाप्रति भी पुलिस ने बरामद की। छापेमारी के दौरान पुलिस ने आरोपी के पास से मॉडल पेपर, दफ्ती, बालपैन के अलावा दो मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं।
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50 से 80 हजार में होता था सौदा
प्रथम श्रेणी में परीक्षाíथयों को पास कराने के लिए सॉल्वर दलालों के माध्यम से एक उत्तर पुस्तिका के 50 से 80 हजार रुपये लेता था। यह पैसा दलालों के माध्यम से नकल माफिया सॉल्वर को उपलब्ध कराते थे। उत्तर पुस्तिकाओं में प्रथम पृष्ठ नहीं होता था। परीक्षा के दौरान ही नकल माफिया सांठगांठ परीक्षा केंद्र संचालकों से करके अपने चहेते परीक्षाíथयों के पास तक लिखी हुई उत्तर पुस्तिका के पेज पहुंचा देते थे, जिन्हें केंद्र के अंदर ही उन परीक्षाíथयों की उत्तर पुस्तिकाओं में लगवा दिए जाते थे। जिनसे नकल माफिया मोटी रकम वसूलते थे।
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टीम में यह रहे मौजूद
पुलिस अधीक्षक के पास उत्तर पुस्तिकाओं के लिखे जाने की लगातार शिकायतें डीएम के माध्यम से मिल रही थी। एसओजी को इस कार्य के लिए लगाया गया था। शनिवार को छापेमारी के दौरान इंस्पेक्टर मुरसान सत्यप्रकाश के अलावा एसओजी प्रभारी प्रमोद कुमार की टीमें मौजूद रही।